Ghaziabad News : अन्य क्रिमिनल्स की तरह ही साइबर क्रिमिनल्स भी अपराध को अंजाम देने का तरीका (MODUS OPERANDI) बदलते रहते हैं, लेकिन यह कतई न सोचें कि पुराने से तरीके से अब कोई वारदात नहीं होगी। साइबर फोरेंसिक एक्सपर्ट एंड एनालिस्ट अवीनींद्र कुमार सिंह (कंसलटेंट लॉ इंफोर्समेंट भारत सरकार) बताते हैं कि हम अपने नाक, कान और और खोलकर रखेंगे तभी सुरक्षित रह सकेंगे। उनका कहना है कि जिस शख्स से आपकी कभी आमने - सामने तक नहीं हुई उसकी किसी भी बात पर एतवार करने से पहले सौ बार सोचें।
आजकल ऑनलाइन ट्रेडिंग के मामले ट्रेंडिंग हैं
एक्सपर्ट अवीनींद्र कुमार सिंह का कहना है कि आजकल ऑनलाइन ट्रेडिंग के मामले ट्रेंडिंग हैं। ऑनलाइन ट्रेडिंग से मोटी कमाई का लालच देकर लोगों को फंसाया जाता है और लोग केवल व्हाट्स ग्रुप या किसी अन्य सोशल साइट्स पर लुभावने वादों में फंस भी जा रहे हैं। इसके दो कारण हैं, एक तो लोग आलसी होते जा रहे हैं, दूसरे उनके लालच की कोई सीमा नहीं है।
अपनी नजदीकी ब्रांच पर जाकर पता अवश्य करें
मान लीजिए आपको पंजाब नेशनल बैंक से कोई कॉल या लुभावना ऑफर मिला तो अपनी नजदीकी ब्रांच पर जाकर उस संबंध में पता अवश्य करें। बैंक से पूछें कि क्या ऐसी कोई स्कीम है? इतना भी नहीं कर सकते तो लभावनी बातों पर भरोसा करने से पहले पंजाब नेशनल बैंक के कस्टमर केयर का नंबर ही डायल कर लें। किसी भी मामले में निर्णय लेने से पहले एक बार खुद से यह जरूर पूछें कि मैं लालच के चलते कोई जल्दबाजी तो नहीं कर रहा हूं। फाइनेंस से जुड़े मामलों पर निर्णय लेने से पहले अपने भरोसे के कम से एक व्यक्ति से बात जरूर करें।
तमाम बैंक दे रहे हैं डीमेट खाते की सुविधा
एक बात ध्यान रखें कि डीमेट खाते के बिना शेयर ट्रेडिंग संभव ही नहीं है। डीमेट खाता खोलने के लिए अपने किसी नजदीकी बैंक में संपर्क करें। किसी निजी कंपनी सें डीमेट खाते की सुविधा लेते हैं तो अपने किसी संपर्क के द्वारा ही जाएं। अमीर होने के ख्वाब देना गलत नहीं है, लेकिन रातों रात अमीर होने का ख्वाब देखना कतई सही नहीं है। इसलिए अपनी मेहनत पर भरोसा रखें।
किसी अच्छे बैंक के नाम पर भी फंसाए जा सकते हैं
ध्यान रखें ऑनलाइन ट्रेडिंग का झांसा देने वाला आपको किसी अच्छे बैंक का नाम लेकर भी फंसा सकता है। श्री सिंह अपने कजन के साथ हुए फ्रॉड का उदाहरण देते हैं। ऑनलाइन ट्रेडिंग के लिए उनके पास एचडीएफसी के नाम पर कॉल आई। एचडीएफसी से जुड़े कुछ दस्तावेज दिखाकर शातिरों ने उनसे दो लाख रुपये झटक लिए। बाद में पता चला कि एचडीएफसी बैंक का उससे कुछ लेना देना ही नहीं था, यदि मेरे कजन पैसा देने से पहले एचडीएफसी की नजदीकी ब्रांच चले गए होते तो उनके दो लाख रुपये ना जाते।
डिजिटल अरेस्टिंग और फर्जी कॉल्स से न डरें
साइबर एक्सपर्ट अवीनींद्र कुमार सिंह बताते हैं कि डिजिटल अरेस्टिंग कुछ है ही नहीं। कोई भी एजेंसी क्राइम पकड़े जाने पर डिजिटल अरेस्टिंग नहीं करती। ना सीबीआई, ना पुलिस और ना ही कोई अन्य एजेंसी। इसलिए किसी के द्वारा यदि आपको डिजिटल अरेस्टिंग की बात कही जाती है तो कतई न डरें और उसके दवाब में आकर कोई निर्णय न लें। कई बार आपको कॉल आती है कि आपका बेटा पकड़ा गया, आपकी बहन पकड़ी गई है छुड़ाना है तो तुरंत इतने पैसे भेजो। इस तरह की कॉल्स के झांसे में कतई न आएं। वीडियो कॉल के जरिए आपके साथ अश्लील वीडियो बनाकर धमकाया जाता है तो तुरंत साइबर थाना पुलिस को रिपोर्ट करें।
ऑनलाइन खरीदारी करने में भी सावधानी बरतें
ऑनलाइन खरीदारी के बहाने भी आपके साथ चीटिंग हो सकती है।अच्छे ब्रांड से बिल्कुल मिलते जुलते नाम से आपको कोई लुभावना ऑफर मिल सकता है। इसलिए सबसे पहले सुरक्षित और भरोसेमंद साइट से ही खरीदारी करें। सस्ते के चक्कर में कहीं भी खरीदारी करने न लग जाएं। कभी न भूलें कि लुभावने ऑफर्स के मामले में ही ज्यादा जांच परख की जरूरत होती है।
क्रमशः >>>>>