कार ही नहीं हवाई जहाज भी पराली से चलेंगे, आने वाले दिनों में कचरे के लिए होंगे झगड़े

गाजियाबाद में नितिन गड़करी बोले : कार ही नहीं हवाई जहाज भी पराली से चलेंगे, आने वाले दिनों में कचरे के लिए होंगे झगड़े

 कार ही नहीं हवाई जहाज भी पराली से चलेंगे, आने वाले दिनों में कचरे के लिए होंगे झगड़े

Tricity Today | सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी

Ghaziabad News : सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा आप लोगों को नवंबर में होने वाले प्रदूषण का डराने सताने लगा होगा, इस बार देख लेना प्रदूषण उतना नहीं होगा। अब ह‌मने पराली का इस्तेमाल शुरू कर दिया है। मेरी गाडी पराली से चलती है, आने वाले दिनों में हवाई जहाज भी पराली से बनने वाले ईंधन से उड़ेंगे। पराली छोड़ो, आने वाले दिनों में इस देश में कचरे के लिए झगड़े होंगे। ऐसा कचरे का उपयोग बढ़ने से होगा। नितिन गड़करी मंगलवार को ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे के दुहाई इंटरचेंज पर “एक पेड़ मां के नाम”  कार्यक्रम में बोल रहे थे।

पराली से इथेनॉल बना रहा इंडियन ऑयल
नितिन गडकरी ने कहा- वेस्ट यूपी, हरियाणा और पंजाब के लोग पराली जलाते हैं तो इससे दिल्ली में प्रदूषण बढ़ता है। अब यह पराली इंडियन ऑयल को जाएगी तो किसानों को पैसा मिलेगा। इससे पराली की वेल्यू क्रिएट होगी। पानीपत में इंडियन ऑयल ने पराली से इथेनॉल बनाने का प्लांट शुरू कर दिया है, यह प्लांट रोजाना एक लाख लीटर इथेनॉल बनाएगा। सड़क बनाने में अब कचरे का इस्तेमाल किया जाने लगा है, इससे आने वाले समय में कचरे की भी वेल्यू क्रिएट होने जा रही है, यह तय मानिए।

डीएमई में कचरे का प्रयोग होता तो कचरा निपट लेता
ह‌मने गाजीपुर लैंडफिल साइट का कचरा दिल्ली- मुंबई हाईवे बनाने में इस्तेमाल किया है। उधर, अहमदाबाद में 40 लाख टन कचरे का इस्तेमाल सड़क बनाने में किया गया है। दिल्ली- मेरठ एक्सप्रेस-वे (डीएमई) में भी हम कचरे का इस्तेमाल करना चाहते थे, खूब मेहनत भी की, लेकिन सफल नहीं हो पाए। अगर डीएमई के निर्माण में कचरे का इस्तेमाल हुआ होता तो गाजीपुर लैंडफिल साइट तो खाली हो ही चुकी होती गाजियाबाद का भी कचरे से पिंड छूट जाता।

वायो डीजल गाडी खरीदने का आह्वान किया
केंद्रीय मंत्री ने लोगों से आह्वान किया कि पेट्रोल- डीजल की गाडी खरीदना बंद करें। आने वाला समय वायो डीजल गाडियों का होगा। उन्होंने कहा मेरा तो ट्रैक्टर भी सीएनजी से चलता है। उन्होंने कहा कि दिल्ली- एनसीआर समेत देश भर में बड़े स्तर पर पौधे लगाए जा रहे हैं। इससे प्रदूषण स्तर कम होने में मदद मिलेगी। पराली भी नहीं जलेगी तो उससे भी पर्यावरण प्रद‌ूषित होने से बचेगा। प्रदूषण को कम करने के लिए कई पहलुओं पर काम हो रहा है। सड़क निर्माण के अलावा कचरे का इस्तेमाल बिजली और तेल बनाने में भी किया जा रहा है।

ईस्टर्न पेरीफेरल की रिपेयर में गड़बड़ी हुई
सड़ुक परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने खुले मंच से स्वीकारा कि ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे की मरम्मत के काम में गोलमाल हुआ है। इसकी जांच और होगी और जिम्मेदार अधिकारियों पर गाज भी गिरेगी। उन्होंने एनएचएआई के अधिकारी- कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि ईमानदारी से काम नहीं करोगे तो कोई नहीं बचा सकता। अब एनएचएआई के घपलेबाज अधिकारी कार्रवाई भुगतने को तैयार रहें, ठेकेदार भी ब्लैकलिस्ट होंगे।

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