सैल्यूट टू ट्रैफिक कांस्टेबल सोनू सिंह, डयूटी पर रहते युवक की जान बचाई

गाजियाबाद पुलिस की शान : सैल्यूट टू ट्रैफिक कांस्टेबल सोनू सिंह, डयूटी पर रहते युवक की जान बचाई

सैल्यूट टू ट्रैफिक कांस्टेबल सोनू सिंह, डयूटी पर रहते युवक की जान बचाई

Tricity Today | Traffic Constable Sonu Singh

Ghaziabad News : दिन भर सड़क पर रहकर डयूटी करना, पॉल्यूशन, धूप, बरसात और वाहनों के शोरगुल में रहते हुए भी अपनी संवेदनाएं जिंदा रखना कोई ट्रैफिक कांस्टेबल सोनू सिंह से सीखे। कांस्टेबल सोनू सिंह एनएच-9 पर डयूटी कर रहे थे। आईपीईएम कॉलेज के सामने उनकी पोस्ट से 100 मीटर की दूरी पर अचानक कुछ लोग जुटने शुरू हो गए। सोनू सिंह की नजर पड़ी, वो तुरंत समझ गए कि कोई हादसा हुआ है। दौड़कर वहीं पहुंच गए। भीड़ काफी लग चुकी थी, जैसे-तैसे रास्ता बनाकर सड़क किनारे पड़े बाइक सवार के पास पहुंचे। सिर से खून बह रहा था और हेलमेट बाजू में फंसा हुआ था। कांस्टेबल को माजरा समझते देर न लगी।

भीड़ को एक ओर कर वाहन का इंतजाम करने में लग गए
ट्रैफिक कांस्टेबल सोनू सिंह ने देखा बाइक सवार की स्थिति गंभीर है, जल्दी अस्पताल नहीं पहुंचाया तो कुछ भी हो सकता है। भीड़ को एक ओर किया और सामने से आती हुई कार को रुकने का इशारा किया। कार नहीं रुकी। दूसरी को रोकने का प्रयास किया, वह भी नहीं रुकी। इतने में एक ऑटो आता दिखा। उसे रोककर सवारियां उतारीं और घायल बाइक सवार को ऑटो में डालकर जहां पहुंंचे मणिपाल हॉस्पिटल।

डॉक्टरों ने जाहिर कर दी ना उम्मीदी, आग्रह पर जुटे
ट्रैफिक कांस्टेबल सोनू सिंह घायल को लेकर मणिपाल हॉस्पिटल की इमरजेंसी में पहुंचे। डॉक्टर के घायल की नब्ज टटोलते ही माथे पर ना उम्मीदी उभर आई। नब्ज नहीं मिल रही। कहीं और ले जाओ। कांस्टेबल ने डॉक्टर से निवेदन किया कि सर देख लो, इसके पास समय कहां, कहीं जाने का। आप ही कुछ करो। सोनू के मुताबिक डॉक्टर ने एक मशीन से कुछ करंट जैसा दिया, घायल की बॉडी रेस्पांस कर गई और डाक्टर के चेहरे में चमक ने कांस्टेबेल को बता दिया कि उम्मीद अभी बाकी है और डाक्टरों ने उपचार देना शुरू कर दिया।

कुछ ही देर में घायल की मां पहुंच गई
उपचार शुरू हुआ ही था, कि घायल की मां भी अस्पताल पहुंच गई। रो-रोकर बुरा हाल था महिला का। सोनू ने ढांढस बंधाते हुए कहा, चिंता मत करो, आपका बेटा ठीक हो जाएगा। मां ने रोते हुए बताया कि हेल्मेट न लगाने के कारण पहले ही उसके एक बेटे की जान चुकी है, अब ...। कांस्टेबल ने कहा, ऐसा मत सोचो। आपका बेटा ठीक हो जाएगा। मैं कह रहा हूं, डाक्टरों से बात हो गई है, भरोसा रखो। डाक्टर ने घायल को सीटी स्कैन के लिए भेज दिया था, डॉक्टर का चेहरा इस बात की हामी भर रहा था कि अब सोनू की मेहनत खराब नहीं जाएगी।

हेलमेट लगाता होता तो यह नौबत न आती
डॉक्टरों का भरोसा जागने के बाद घायल की मां को ढांढस बंधाकर कांस्टेबल सोनू अस्पताल से निकले और फिर अपनी पोस्ट पर पहुंच गए। उन्होंने बताया कि बाइक सवार ने हेलमेट सिर पर लगाने के बजाय बाजू में फंसाया हुआ था, यहीं कारण है कि गिरते ही उसका सिर सड़क पर लगा और गंभीर चोट का शिकार हो गया। हेल्मेट ठीक से लगाया होता तो स्थिति इतनी गंभीर न होती।

अन्य खबरे

Please Wait...!
Copyright © 2023 - 2024 Tricity. All Rights Reserved.