Ghaziabad News : आजाद समाज पार्टी के वरिष्ठ नेता और गाजियाबाद विधानसभा उप- चुनाव के प्रत्याशी सत्यपाल चौधरी ने डासना मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद की गिरफ्तारी को लेकर मीडिया को लिखित बयान जारी कर किया है। उन्होंने कहा है कि गाजियाबाद पुलिस यति नरसिंहानंद सरस्वती को गिरफ्तार नहीं कर पा रही है तो इनाम घोषित करे। सत्यपाल चौधरी ने पुलिस पर मामले में पक्षपात पूर्ण रवैया अपनाने का भी आरोप लगाया है। इतना ही नहीं आसपा नेता ने यति नरसिंहानंद की गिरफ्तारी ने होने पर आंदोलन की भी चेतावनी दी है।
नफरत गैंग का सरगना बताया
आसपा नेता ने मीडिया को जारी बयान में डासना मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद को नफरत गैंग का सरगना करार दिया है। उन्होंंने कहा है कि एक ओर तो पुलिस नफरत फैलाने वाले यति नरसिंहानंद के बारे में जानकारी होने से इंकार करती है तो दूसरी ओर यति बयान जारी करके कहता है कि वह पुलिस ने नजरबंद किया हुआ है। सत्यपाल चौधरी ने आरोप लगाया कि पुलिस के झूठ और पक्षपात पूर्ण रवैये के चलते गाजियाबाद नफरत की आग में झुलस रहा है। उन्होंने जल्द ही यति की गिरफ्तारी न होने पर सड़क पर आंदोलन की बात कही है।
यति पर इनाम घोषित करने में देर क्यों
सत्यपाल चौधरी ने कहा है कि मामूली झगड़ों में इनाम घोषित करने वाली गाजियाबाद पुलिस यति की गिरफ्तारी पर इनाम घोषित करने में देर क्यों कर रही है। उन्होंने कहा कि पुलिस जिस तरह नफरती यति के मोहम्मद पैगंबर साहब की शान में की गई गुस्ताखी पर आक्रोषित लोगों को ढूंढ ढूंढ कर गिरफ्तार कर रही है और मामूली झगड़े में बाल्मीकि समाज के कपिल बेदी पर इनाम घोषित कर देती है वैसे ही यति पर भी इनाम क्यों नहीं घोषित कर देती।
सब्र का बांध टूटने की बात कही
सत्यपाल चौधरी ने कहा है कि पुलिस कहीं झूठ बोल कर नफरत फैलाने वालों को बचाकर माहौल तो खराब नहीं कर रही है, सब्र का बांध टूटता जा रहा है, यति नरसिंहानंद को यदि शीघ्र ही गिरफ्तार नहीं किया गया तो अमन पसंद लोग लोकतांत्रिक तरीके से सड़कों पर उतरकर आंदोलन को मजबूर होंगे।
क्या है मामला
डासना मंदिर के महंत के द्वारा 29 सितंबर को गाजियाबाद के हिंदी भवन में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान गाजियाबाद पुलिस ने भावनाएं भड़काने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया था। मामले में अभी तक यति की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।