गाजियाबाद में हुए कई कार्यक्रम, यशोदा सुपर स्पेशिलिटी हॉस्पिटल कौशांबी में सीपीआर का प्रशिक्षण

विश्व हृदय दिवस : गाजियाबाद में हुए कई कार्यक्रम, यशोदा सुपर स्पेशिलिटी हॉस्पिटल कौशांबी में सीपीआर का प्रशिक्षण

गाजियाबाद में हुए कई कार्यक्रम, यशोदा सुपर स्पेशिलिटी हॉस्पिटल कौशांबी में सीपीआर का प्रशिक्षण

Tricity Today | यशोदा हॉस्पिटल में सीपीआर प्रशिक्षण सत्र

Ghaziabad News : विश्व हृदय दिवस के अवसर पर, यशोदा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल कौशांबी में सीपीआर (कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन) प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। शिविर की शुरुआत पर डॉ. रुचि गर्ग, सीनियर कंसल्टेंट, इमरजेंसी मेडिसिन द्वारा एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसके बाद शिविर में पहुंचे लोगों के द्वारा प्रश्न पूछे गए। लोगों सवालों कीउत्तर यशोदा कौशांबी के हृदय रोग विशेषज्ञों डॉ. धीरेंद्र सिंघानिया और डॉ. असित खन्ना द्वारा किया गया।

स्वस्थ जीवन शैली अपनाएं, स्वस्थ रहें
डा. सुनील डागर ने बताया कि सीपीआर के लिए आयोजित प्रशिक्षण सत्र में 150 से अधिक लोगों ने भाग लिया। सत्र में डॉ. अनुज अग्रवाल (सीएमएस), डॉ. मनोज, डॉ. अमरलाल, डॉ. सचिन और डॉ. प्रियंका भी मौजूद रहे। इस मौके पर यशोदा कौशांबी के सीएमडी डॉ. पीएन अरोड़ा ने सभी से हृदय स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने और गंभीरता पूर्वक लेने के लिए आग्रह किया। उन्होंने कहा कि इसके लिए सबसे जरूरी और प्राथमिक जरूरत यह है कि हम सभी स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं।

सीपीआर के बारे में जानें
सीपीआर यानि कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन, हार्ट अटैक आने पर की जाने वाली यह एक ऐसी  आपातकालीन प्रक्रिया है जिसकी मदद से बिना किसी दवा के पीड़ित की जान बचाई जा सकती है। इसके बारें में अधिक लोगों को जानने की जरूरत है। कार्डियक अरेस्ट तब होता है जब दिल रक्त पंप करना बंद कर देता है या बहुत धीरे-धीरे धड़कता है, जिससे मस्तिष्क और दूसरे अहम अंगों को रक्त नहीं मिलना बंद हो जाता है। सीपीआर करने से दिल को फिर से चालू करने में मदद मिलती है।

सीपीआर कैसे करें
सीपीआर देने के लिए पीड़ित की छाती के बीचोंबीच दोनों हाथों को एक- दूसरे के ऊपर रखकर केंद्रित करते हाथ की एडी से दबाव डालना शुरू करें। इस दौरान आपकी कोहनियां सीधी होनी चाहिएं ताकि छाती पर अच्छे से दवाब डाला जा सके। यह एक मिनट में 100 से 120 तक होना चाहिए। यानि हर दो सेकंड में एक बार छाती को प्रेश करें। यह प्रकिया चिकित्सा सहायता उपलब्ध होने तक करते रहें।

29 सितंबर को मनाया जाता है हृदय दिवस
हृदय से संबंधित बीमारियों के प्रति जागरूकता के लिए पूरे विश्व में हर साल 29 सितंबर को विश्व हृदय दिवस मनाया जाता है। वर्ष 2000 में पहली बार विश्व हृदय दिवस मनाया गया था। पहले यह दिन सितंबर महीने के आखिरी रविवार को मनाया जाता था, लेकिन बाद में इसे 29 सितंबर को मनाने का फैसला किया गया।

विश्व हृदय दिवस की थीम
इस वर्ष विश्व हृदय दिवस की थीम, "Use Heart for Action" इसका अर्थ है कि “हमें अपने दिल की सुनें, अपनी भावनाओं को समझें और फिर उन भावनाओं पर कार्य करें।” हम अपने दिल का ख्याल रखेंगे तो वह स्वस्थ रहेगा और जो भी काम करेंगे, अच्छा ही होगा, इस पॉजीटिविटी से आगे बढ़ने का प्रयास करें।

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