Ghaziabad News : गाजियाबाद पुलिस ने एक महिला यूट्यूबर शिखा मैत्रे उर्फ कुंवारी बेगम को गिरफ्तार किया है। पकड़ी गई महिला अपने यूट्यूब चैनल पर नाबालिगों और नवजात बच्चों का यौन शोषण कैसे किया जाता है इस बारे में बताती थी। मामला राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग और राष्ट्रीय महिला आयोग पहुंचने के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया है। हालांकि मामला दर्ज होने के बाद यूट्यूब चैनल से आपत्तिजनक सामग्री वाले कुछ वीडियो हटा दिए गए हैं। पकड़ी गई महिला के कब्जे से एक मोबाइल और लैपटॉप बरामद किया गया है। इसे फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है।
जानिए कितनी आपत्तिजनक है वीडियो
एकम न्याय फाउंडेशन गुरुग्राम की संस्थापक दीपिका नारायण भारद्वाज ने बताया कि उन्हें हाल ही में पता चला कि कुंवारी बेगम नाम से गेमिंग यूट्यूब चैनल चलाने वाली महिला नाबालिगों और नवजात बच्चों के खिलाफ यौन कृत्यों को बढ़ावा दे रही है। एक वीडियो में शिखा मैत्रेय उर्फ कुंवारी बेगम अपने दर्शकों को बता रही हैं कि शिशुओं के साथ बलात्कार कैसे किया जाता है। इस यूट्यूब चैनल पर एक और वीडियो अपलोड किया गया है, जिसका शीर्षक है- See Will Say Not Late Her। इस वीडियो में पुरुषों को महिलाओं की सहमति को त्यागने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है, साथ ही महिलाओं और बच्चों के खिलाफ यौन रूप से आक्रामक व्यवहार को बढ़ावा दिया जा रहा है। जब दर्शकों ने आरोपी शिखा मैत्रेय के इन वीडियो पर आपत्ति जताई तो उन्होंने फिलहाल सभी सोशल मीडिया प्रोफाइल हटा दी हैं। कुछ वीडियो डिलीट भी कर दिए हैं। बताया जा रहा है कि पुलिस की पकड़ में आने के बाद महिला ने अपने कृत्य के लिए माफी मांगी है।
निफ्ट दिल्ली से पास आउट है महिला
दीपिका ने बताया कि अब तक की जानकारी के अनुसार शिखा उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद की रहने वाली हैं। वह निफ्ट दिल्ली से 2021-22 बैच की पास आउट हैं। फिलहाल ब्लू जैम नामक संस्था के साथ काम कर रही हैं। ब्लू जैम संस्था दिल्ली के कालकाजी से संचालित होती है।
महिला के परिवार की भी हो जांच
एनजीओ संस्थापक दीपिका नारायण भारद्वाज ने गाजियाबाद पुलिस से इस महिला की जांच कर पता लगाने की मांग की है कि क्या उसने पहले भी किसी नाबालिग का इस तरह से यौन शोषण किया है। महिला ही नहीं, उसके माता-पिता की भी जांच होनी चाहिए ताकि पता लगाया जा सके कि उन्हें इस बारे में पता था या नहीं।
एसीपी कर रहे हैं जांच
दीपिका नारायण भारद्वाज की शिकायत पर गाजियाबाद के कौशांबी थाने ने 12 जून को शिखा मैत्रेय के खिलाफ आईटी एक्ट की धारा 67ए, 67बी के तहत मामला दर्ज किया है। मामले की जांच इंदिरापुरम क्षेत्र के सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) खुद कर रहे हैं।