गौर सिटी अंडरपास की फाइल आईआईटी रुड़की में अटकी, मेट्रो से टूटी उम्मीद, अब लास्ट सहारा...

काम की खबर : गौर सिटी अंडरपास की फाइल आईआईटी रुड़की में अटकी, मेट्रो से टूटी उम्मीद, अब लास्ट सहारा...

गौर सिटी अंडरपास की फाइल आईआईटी रुड़की में अटकी, मेट्रो से टूटी उम्मीद, अब लास्ट सहारा...

Tricity Today | गौर सिटी अंडरपास

Greater Noida West : गौर सिटी अंडरपास बनने के बाद रोजाना लाखों लोगों को फायदा होगा। कंपनी का चयन होने के बाद एक साल के भीतर अंडरपास बनकर तैयार हो जाएगा। इस अंडरपास को बनाने में करीब 60 करोड़ रुपए खर्च होंगे। फिलहाल फाइल आईआईटी रुड़की में अटकी पड़ी है। वहां से फाइल पर मुहर लगने के बाद टेंडर निकाले जाएंगे और कंपनी का चयन किया जाएगा।

रोजाना लाखों लोगों को मिलेगा फायदा
ग्रेटर नोएडा वेस्ट में गौर चौक को किसान चौक के नाम से भी जाना जाता है। गौर बिल्डर के द्वारा इस गोल चक्कर का रखरखाव किया जाता है, इसलिए इसका नाम गौर चौक पड़ गया। गौर चौक से होकर रोजाना लाखों लोग गुजरते हैं। उनको काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इस बड़ी समस्या का समाधान करने के लिए गौर चौक के नीचे अंडरपास बनाया जाएगा।

कहां से गुजरेगा अंडरपास
जिस एजेंसी ने रिपोर्ट तैयार की है, उसने बताया है कि यह अंडरपास गौर चौक के नीचे 130 मीटर रोड को क्रोस करते हुए 60 मीटर रोड के समांतर बनेगा। इसके बाद सूरजपुर और ग्रेटर नोएडा की तरफ से आने वाले वाहन इस अंडरपास से होकर गुजरेंगे। लोगों को यूटर्न तक जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

एक हफ्ते के भीतर कंपनी का चयन
इस मामले में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ रवि कुमार एनजी का कहना है कि फिलहाल रिपोर्ट आईआईटी रुड़की के पास है। उम्मीद जताई जा रही है कि वहां से बहुत जल्द मंजूरी मिल जाएगी। वहां से मंजूरी मिलने के बाद एक हफ्ते के भीतर कंपनी का चयन कर लिया जाएगा।

मेट्रो से टूटी उम्मीद, अंडरपास लास्ट सहारा
ग्रेटर नोएडा वेस्ट में रहने वाले लोगों का कहना है कि उनको ग्रेटर नोएडा वेस्ट मेट्रो प्रोजेक्ट से अब उम्मीद नहीं है। रोजाना लाखों की संख्या में लोग ग्रेटर नोएडा वेस्ट से पृथला की तरफ गुजरते हैं। काफी समय से मेट्रो की मांग की जा रही थी, लेकिन वह पूरी नहीं हुई। केंद्र सरकार ने पेश की गई रिपोर्ट को खारिज कर दिया है। अब केवल अंडरपास ही एकमात्र सहारा बचा हुआ है। अंडरपास बनने के बाद जाम से मुक्ति पाई जा सकती है।

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