Greater Noida News : ओलंपिक और पैरालंपिक में देश और राज्य के लिए पदक जीतने वाले खिलाड़ियों के बाद अब जिले स्तर की प्रतिभाओं पर भी ध्यान दिया जाएगा। राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को खेल विभाग द्वारा सम्मानित किया जाएगा। खिलाड़ियों की सूची तैयार की जा रही है और 15 से 20 अक्टूबर के बीच जिलाधिकारी इन्हें चेक और प्रमाण पत्र देकर प्रोत्साहित करेंगे। उप क्रीड़ा अधिकारी अनीता नागर के अनुसार आर्थिक कारणों से गांवों में प्रतिभाओं को खेल छोड़ना पड़ता था। अब जिला खेलकूद प्रोत्साहन समिति के फंड से इन खिलाड़ियों को सम्मानित किया जाएगा। जिससे उन्हें अपनी खेल प्रतिभा को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी।
खिलाड़ियों की सहायता के लिए 10 लाख रुपये का बजट
खेल विभाग की इस पहल के तहत पिछले तीन वर्षों में राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को सहायता दी जाएगी। विशेष ध्यान उन खिलाड़ियों पर दिया जाएगा जो परिषदीय स्कूलों से आते हैं। जिला खेलकूद प्रोत्साहन समिति के फंड से 10 लाख रुपये का बजट खिलाड़ियों की सहायता के लिए निर्धारित किया गया है। लगभग 50 से 60 खिलाड़ियों को इस पहल के तहत सम्मानित किया जाएगा, जो उनके कठिन परिश्रम और उपलब्धियों का मूल्यांकन करेगा। यह प्रयास न केवल खिलाड़ियों के लिए एक नई शुरुआत होगी, बल्कि यह अन्य युवा खिलाड़ियों को भी प्रेरित करेगा।
उपलब्धियों के अनुसार दी जाएगी धनराशि
सम्मानित किए जाने वाले खिलाड़ियों को उनकी उपलब्धियों के अनुसार धनराशि दी जाएगी। राष्ट्रीय स्तर पर स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को 31,000, 21,000 और 11,000 रुपये मिलेंगे। वहीं राज्य स्तर पर परिषदीय व अन्य स्कूलों के छात्रों को 11000, 5,100 और 3,100 रुपये की धनराशि प्रदान की जाएगी। खेल विभाग को अब तक करीब 30 से अधिक खिलाड़ियों की सूची मिल चुकी है। यह पहल खिलाड़ियों के आत्मविश्वास को बढ़ाने और उन्हें बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रेरित करने में सहायक होगी।
अवैध रूप से संचालित जिम और स्विमिंग पूल पर कार्रवाई
इसके अलावा जनपद में अवैध रूप से संचालित जिम और स्विमिंग पूल पर खेल विभाग ने कार्रवाई की है। पहली बार जिम और स्विमिंग पूल संचालकों ने एनओसी लेने का निर्णय लिया है। जिलाधिकारी के निर्देश पर उप क्रीड़ा अधिकारी ने टीम के साथ निरीक्षण किया और बिना एनओसी संचालित हो रहे संचालकों पर जुर्माना लगाया। इस कार्रवाई के परिणामस्वरूप लगभग 200 जिम और स्विमिंग पूल संचालकों ने एनओसी ली। जिससे जिला खेलकूद प्रोत्साहन समिति में दो करोड़ रुपये का फंड जमा हुआ।