Greater Noida : गलगोटिया विश्वविद्यालय में दीपावली की पूर्व संध्या पर आयोजित रंगोली उत्सव में छात्र-छात्राओं ने भारतीय संस्कृति की समृद्ध विरासत का अनूठा प्रदर्शन किया। विश्वविद्यालय परिसर रंग-बिरंगी रंगोलियों से सज उठा, जिनमें पर्यावरण संरक्षण से लेकर भारतीय लोक कलाओं तक के विविध विषयों को कलात्मक अभिव्यक्ति दी गई।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि और विश्वविद्यालय के चांसलर सुनील गलगोटिया ने कहा कि दीपावली मात्र एक त्योहार नहीं, बल्कि हमारी समृद्ध संस्कृति और सामाजिक सद्भाव का प्रतीक है। इस तरह के आयोजन युवा पीढ़ी को अपनी सांस्कृतिक जड़ों से जोड़े रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
स्वच्छ भारत अभियान पर जोर
विश्वविद्यालय के सीईओ डॉ. ध्रुव गलगोटिया ने 'वसुधैव कुटुम्बकम्' की भावना को रेखांकित करते हुए कहा कि रंगोली उत्सव समाज में एकता, शांति और प्रेम का संदेश प्रसारित करता है। यह सनातन परंपरा का मूल संस्कार है, जिसमें विश्व कल्याण की भावना निहित है। इस वर्ष के उत्सव में विशेष बात यह रही कि छात्रों ने अपनी रंगोलियों के माध्यम से समकालीन सामाजिक मुद्दों को भी उठाया। पर्यावरण संरक्षण, स्वच्छ भारत अभियान और डिजिटल इंडिया जैसे विषयों को कलात्मक रूप से प्रस्तुत किया गया। प्रतिभागी टीमों ने न केवल पारंपरिक डिजाइन बल्कि नवीन कल्पनाओं का भी समावेश किया।
समारोह का समापन
विश्वविद्यालय के कुलपति ने कहा कि ऐसे सांस्कृतिक कार्यक्रम छात्रों को अपनी परंपराओं से जोड़े रखने के साथ-साथ उनकी रचनात्मक प्रतिभा को भी निखारते हैं। उन्होंने सभी प्रतिभागियों की सराहना करते हुए दीपावली की शुभकामनाएं दीं। कार्यक्रम में विभिन्न विभागों के छात्रों ने टीम बनाकर हिस्सा लिया और अपनी कलात्मक प्रतिभा का प्रदर्शन किया। समारोह का समापन पुरस्कार वितरण के साथ हुआ, जिसमें सर्वश्रेष्ठ रंगोली बनाने वाली टीमों को सम्मानित किया गया।