Greater Noida News : जिले में वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में सख्त कदम उठाने के उद्देश्य से गौतमबुद्ध नगर में जिला पर्यावरण समिति की बैठक हुई। जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा की अध्यक्षता में जूम ऐप के माध्यम से आयोजित इस बैठक में जिलाधिकारी ने पर्यावरण की गंभीर स्थिति पर चर्चा करते हुए कई निर्देश जारी किए। उन्होंने जिले को एक औद्योगिक क्षेत्र बताते हुए इसे पर्यावरण के दृष्टिकोण से अत्यंत संवेदनशील बताया और प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए कारगर उपाय अपनाने की आवश्यकता पर जोर दिया।
जिलाधिकारी ने बताया अपना प्लान
बैठक में जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वायु प्रदूषण रोकने के लिए एनजीटी और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के ग्रेप-2 नियमों का कड़ाई से पालन किया जाए। नियमों का उल्लंघन करने वालों पर जुर्माना लगाते हुए दंडात्मक कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि सभी संबंधित विभागों को आपसी समन्वय के साथ काम करना होगा। जिससे जिले में बढ़ते प्रदूषण पर नियंत्रण पाया जा सके।
पराली और कूड़ा जलाने पर सख्त कार्रवाई
जिलाधिकारी ने पराली और कूड़ा जलाने की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए सख्त निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं में लिप्त लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराते हुए सख्त कार्रवाई की जाए। साथ ही जिले में जन जागरूकता बढ़ाने के लिए अभियान चलाकर गोष्ठी का आयोजन करने पर भी जोर दिया गया। पराली और कूड़ा जलाने के मामलों को रोकने के लिए प्रशासन और संबंधित अधिकारियों को मिलकर समन्वय बनाते हुए जागरूकता अभियान तेज करने के निर्देश दिए गए।
सड़कें होंगी गड्ढा मुक्त
जिलाधिकारी ने निर्माण स्थलों पर ओवरलोड डंपर, ट्रैक्टर ट्रॉली के संचालन और बिना ढके सामग्री के परिवहन पर भी सख्त प्रतिबंध लगाने का निर्देश दिया। डस्ट पर नियंत्रण के लिए नियमित रूप से स्प्रिंकलर के जरिए पानी का छिड़काव करने और सड़कों की नियमित साफ-सफाई सुनिश्चित करने का आदेश दिया गया। इसके अलावा, जिले की सड़कों को गड्ढा मुक्त बनाने और हॉटस्पॉट क्षेत्रों को चिन्हित कर उन पर विशेष ध्यान देने के लिए भी निर्देश जारी किए गए।
ठोस अपशिष्ट के निस्तारण के लिए विशेष ध्यान
=
जिले में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के लिए डंपिंग ग्राउंड की स्थापना और सी एण्ड डी वेस्ट के निस्तारण की व्यवस्था पर भी चर्चा की गई। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि सड़कों के किनारे और वृक्षों के चारों ओर की कंक्रीटिंग को हटाकर वहां घास लगाई जाए, जिससे धूल पर नियंत्रण में सहायता मिल सके। इस बैठक में प्रभागीय वन अधिकारी प्रमोद कुमार श्रीवास्तव, यूपीपीसीबी के क्षेत्रीय प्रबंधक उत्सव शर्मा, पुलिस और अन्य प्राधिकरणों के वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया। बैठक में जिले के प्रदूषण को कम करने के लिए प्रभावी योजना और ठोस कदमों पर विस्तार से चर्चा की गई।