Greater Noida News : करीब 55 गांवों के किसान मंगलवार 12 बजे ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी पर ताला जड़ने के लिए जाएंगे। यह किसान आंदोलन नए सीईओ के लिए परीक्षा होगी। देखना होगा कि नए सीईओ परीक्षा में पास होते है या बाकी सीईओ की तरह फेल हो जाएंगे। नए सीईओ किस तरह से आंदोलनकारी किसानों का सामना करेंगे या फिर तत्कालीन सीईओ की तरह की फेल हो जाएंगे। क्योंकि 60 दिनों तक चले किसान आंदोलन ने अथॉरिटी को हिलाकर रख दिया था।
कल 12 बजे धरने पर बैठेंगे किसान
किसान भारी संख्या में 12 बजे किसान अथॉरिटी दफ्तर के सामने अनिश्चितकालीन धरना शुरू करेंगे। आंदोलन के संयोजक डॉ.रुपेश वर्मा ने बताया कि इस बार किसान आंदोलन की कमान युवाओं और महिलाओं के हाथों में होगी। किसान धरने में शामिल न हो, इसको लेकर पुलिस-प्रशासन के अफसर किसानों को धमकाने के लिए उनके घर पहुंच रहे हैं। किसानों को मुचलके में पाबंद किया जा रहा है।
पुलिस-प्रशासन ने कड़े इंतजाम किए
वहीं, पुलिस-प्रशासन ने किसानों के आंदोलन से निपटने के लिए कड़े इंतजाम करना शुरू कर दिए हैं। यह किसान आंदोलन नए सीईओ की परीक्षा है। सीईओ किस तरह से आंदोलनकारी किसानों से निपटते हैं, यह देखना बड़ा दिलचस्प होगा।
महिलाएं संभालेंगी आंदोलन की डोर
किसान नेता डॉ.रुपेश वर्मा ने बताया कि भाजपा को छोड़कर बाकी' सभी राजनीतिक दल, सामाजिक संगठन और किसान संगठनों ने अपना पूरी तरह से समर्थन दिया। आंदोलन रात-दिन 24 घंटे चलता रहेगा। किसानों को पीने के पानी से लेकर खाने तक का पूरा इंतजाम इस बार पहले ही कर लिया गया है। किसान आंदोलन की कमान महिलाओं के हाथों में होगी। महिलाएं इस बार आंदोलन की अगुवाई करेंगी। करीब 55 गांवों में नुक्कड़ सभा और कमिटी के माध्यम से सभी को सूचना पहुंच गई है। सभी गांवों की समितियों को जिम्मेदारी सौंप दी गई है।