कोरोना की दूसरी लहर ने स्वास्थ्य सेवाओं को बेपटरी कर दिया है। कोरोना संक्रमण से परेशान लोगों ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण से सेनेटाइजेशन की गुहार लगा रहे हैं। कई सोसाइटी के लोगों का आरोप है कि सेनेटाइजेशन के लिए गाड़ी गेट तक आती है। इससे काम नहीं हो पाता है। हालांकि प्राधिकरण का दावा है कि तीन दर्जन टीमें सेनेटाइजेशन कर रही हैं। बावजूद इसके लोग सेनेटाइजेशन की गुहार सोशल मीडिया पर लगा रहे हैं।
ग्रेटर नोएडा के सेक्टर ओमिक्रान-3 के धर्मवीर नागर और नीलम यादव ने बुधवार को प्राधिकरण के व्हाटसअप नंबर पर सेक्टर में सेनेटाइजेशन की मांग की है। उनका कहना है कि उनके सेक्टर में कोरोना केस निकल रहे हैं। लेकिन सेनेटाइजेशन नहीं हो रहा है।
शहर सेक्टर बीटा-2 में रहने वाले एके सिंह ने प्राधिकरण से सेनेटाइजेशन की मांग की। बुधवार को उनके इलाके में सेनेटाइजेशन के लिए ट्रैक्टर आया, लेकिन पाइप की लंबाई कम होने से पूरी बिल्डिंग में काम नहीं हो सका। सड़क और पटरी पर सेनेटाइजेशन के बाद ट्रैक्टर चला गया। उन्होंने लिफ्ट व सीढ़ियों के सेनेटाइजेशन की मांग दोहरायी है।
नेफोमा की महासचिव रश्मि पाण्डेय ने कोरोना महामारी के बढ़ते हुए विकराल रूप को देखते हुए ग्रेनो प्रशासन से मांग की कि कोरोन टेस्टिंग शिविर लगाए जाएं ताकि लोगों के दिल से कोरोना का भय दूर हो सके।