Tricity Today | बिसरख पुलिस और एसटीएफ की बड़ी कामयाबी
Greater Noida West : गौतमबुद्ध नगर कमिश्नरेट की बिसरख पुलिस और यूपी एसटीएफ की नोएडा यूनिट में एक बड़ी कामयाबी हासिल की है। ग्रेटर नोएडा वेस्ट में बैठकर अमेरिका में रहने वाले लोगों से 100 करोड़ रुपए की ठगी करने वाले एक इंटरनेशनल कॉल सेंटर गैंग का पर्दाफाश किया है। इन लोगों ने अमेरिकी नागरिकों को मोबाइल बैंकिंग और बैंड स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी को चालू करवाने के नाम पर 100 करोड़ रुपए की ठगी की है।
महागुण मायवुड सोसाइटी को बनाया अड्डा
नोएडा एसटीएफ यूनिट के अधिकारी ने बताया कि कुल 24 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें गैंग का सरगना भी शामिल है। यह पूरा गैंग ग्रेटर नोएडा वेस्ट में स्थित महागुण मायवुड हाउसिंग सोसाइटी में इंटरनेशनल कॉल सेंटर चल रहा था। अमेरिकी नागरिकों से ठगे गए पैसों से उन्होंने मर्सिडीज़ जैसी लग्जरी गाड़ियां खरीदी। अमेरिकी नागरिकों से ठगे गए पैसों से यह लग्जरी जिंदगी जीते हैं।
सरगना ने कई सालों तक कॉल सेंटर में काम किया
एसटीएफ के अधिकारी ने बताया कि इस गैंग का सरगना 39 वर्षीय अंकुर गुप्ता है। अंकुर गुप्ता ने एमबीए करने के बाद वर्ष 2004 से 2011 तक कई कॉल सेंटर में काम किया। उसके बाद वर्ष 2011 में आईफोन को इंपोर्ट-एक्सपोर्ट करने का धंधा शुरू किया। इसी दौरान अंकुर गुप्ता की मुलाकात अमेरिकी नागरिक नितिन सिंह से हुई। नितिन सिंह की मदद से पहले अंकुर गुप्ता ने आईफोन की तस्करी शुरू की और फिर उसके बाद विदेशियों को ठगने के लिए कॉल सेंटर शुरू किया।
फिर अमेरिका से आईफोन की तस्करी शुरू की
एसटीएफ के अधिकारी ने बताया कि नितिन सिंह की मदद से अंकुर गुप्ता ने अमेरिका से आईफोन की तस्करी शुरू की थी। अमेरिका से आईफोन हांगकांग के रास्ते भारत ले जाते थे और फिर एनसीआर समेत काफी इलाकों में सप्लाई की जाती थी। इसी बीच अंकुर गुप्ता की मुलाकात गुजरात के रहने वाले मुकेश शाह से हुई। मुकेश शाह ने वर्ष 2019 में अंकुर गुप्ता की मुलाकात हिमांशु से करवाई थी। उस समय हिमांशु कॉल सेंटर चला कर विदेशी लोगों से धोखाधड़ी करता था। हिमांशु से ही अंकुर गुप्ता ने अमेरिकी नागरिकों को ठगने का रास्ता सीखा। इसी बीच अंकुर गुप्ता ने अपनी पूरी टीम बना ली और फर्जी कॉल सेंटर शुरू कर दिया।
अंकुर गुप्ता ने कई बैंक अकाउंट किराए पर लिए
अंकुर गुप्ता इंटरनेशनल कॉल सेंटर में काम करने वाले लोगों को 25-30 हजार रुपए प्रति माह देता था। इसके अलावा अमेरिकी नागरिकों को ठगने के बदले बोनस भी मिलता है। कुछ आरोपियों को प्रतिशत के हिसाब से भी पैसे मिलते थे। अंकुर गुप्ता ने कुछ बैंक अकाउंट किराए पर लिए है। अमेरिकी नागरिकों से उनके अकाउंट में पैसे ट्रांसफर किए जाते थे। इसके एवज में बैंक अकाउंट के मालिक को कमीशन मिलता था।
सभी 24 आरोपियों की पहचान
तरूण कुमार निवासी धौलाना हापुड़
हिमांषु शर्मा निवासी मानसरोवर पार्क दिल्ली
आषीष झा निवासी वसुन्धरा गाजियाबाद
शुभम निवासी इन्द्रापुरम गाजियाबाद
संजय कुमार निवासी मोहन नगर गाजियाबाद
अंकुष निवासी मोहन नगर गाजियाबाद
विक्रांत कुमार निवासी कृष्णा विहार लोनी बंथला गाजियाबाद