Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा का सेक्टर बीटा वन और नोएडा का सेक्टर 82 अब डेंगू प्रभावित क्षेत्र बन गए हैं। यहां सबसे अधिक मरीज मिले हैं। सेक्टर बीटा वन में डेंगू के आठ मरीज सामने आए हैं, जबकि सेक्टर 82 के केंद्रीय विहार और स्वर्णिम विहार में छह मरीज पाए गए हैं। राहत की बात यह है कि ग्रेनो वेस्ट में डेंगू के मरीजों की संख्या इस बार काफी कम रही है। जिले के अन्य क्षेत्रों में डेंगू के मरीजों की संख्या पांच से कम है। जिससे स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों में कुछ राहत का माहौल है।
मलेरिया विभाग ने उठाए विशेष कदम
जिले में डेंगू के मामलों पर नज़र रखने के लिए मलेरिया विभाग ने विशेष कदम उठाए हैं। विशेष रूप से प्रभावित क्षेत्रों में दवाओं का छिड़काव किया जा रहा है और मच्छर जनित बीमारियों के संदिग्ध मरीजों की जांच की जा रही है। हालांकि अब तक किसी भी संदिग्ध मामले में बीमारी की पुष्टि नहीं हुई है। कुल मिलाकर जिले में अब तक 135 डेंगू मरीजों की पुष्टि हुई है, जो पिछले साल की तुलना में काफी कम है।
पिछले साल की तुलना में स्थिति में सुधार
जिला मलेरिया अधिकारी श्रुति कीर्ति वर्मा के अनुसार, डेंगू और मलेरिया की पुष्टि होने पर दवाओं का छिड़काव किया जा रहा है। निरीक्षण कार्य नियमित रूप से किया जा रहा है ताकि लार्वा पनपने वाली जगहों की पहचान की जा सके। पिछले साल ग्रेनो वेस्ट में 500 से ज्यादा डेंगू के मरीज पाए गए थे, लेकिन इस बार केवल 25 मरीज सामने आए हैं। पिछले साल की तुलना में ज्यादातर सोसायटियों में डेंगू के कोई मामले नहीं मिले हैं, जो एक सकारात्मक संकेत है।
मौसम और आगे की चुनौतियाँ
हालांकि अभी अक्टूबर और नवंबर का महीना बाकी है। जिसे डेंगू के लिए संवेदनशील समय माना जाता है। पिछले साल सितंबर और अक्टूबर में सबसे ज्यादा डेंगू के मरीज मिले थे। स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि वे सभी सावधानियां बरत रहे हैं और स्थिति को गंभीरता से ले रहे हैं। भविष्य में डेंगू के मामलों की संख्या बढ़ने की संभावना को देखते हुए, सभी उपाय किए जा रहे हैं।