Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा के थाना दादरी क्षेत्र से एक 13 वर्षीय छात्र घर से लापता हो गया। परिजनों का कहना है कि उन्होंने मामले की शिकायत पुलिस से की। पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर ली। उधर, पिता ने अपनी औलाद को ढूंढने के लिए रात-दिन एक कर दिया। पिता ने काफी जद्दोजहद के बाद अपने जिगर के टुकड़े को ढूंढ निकाला। इसके लिए पिता को जीटी रोड पर लगे करीब एक हजार कांवड़ शिविरों को सर्च करना पड़ा।
अब जानिए पूरा मामला
दादरी की एसकोर्ट कालोनी में हरेंद्र कुमार शर्मा परिवार के साथ रहते हैं। 30 जुलाई को हरेंद्र का 13 वर्षीय पुलिस कपिला सारस्वत घर से ट्यूशन के लिए निकला था। लेकिन वह ट्यूशन नहीं पहुंचा। काफी खोजबीन करने के बाद भी उसका कुछ पता नहीं चल सका। जिसके बाद हरेंद्र ने थाना दादरी में बेटे की गुमशुदगी दर्ज कराई और उसे तलाशने में जुट गए। उन्होंने सबसे पहले पूरे दादरी में बेटे को ढूंढा, लेकिन उसका पता नहीं चला। इस दौरान परिजना के अन्य परिजन भी कपिल को ढूंढने में जुटे रहे।
एक हजार कांवड़ शिविरों में घूमे
पिता हरेंद्र ने बताया कि उन्होंने बेटे की तलाश में ग्रेटर नोएडा और जीटी रोड पर कांवड़ शिविरों को खंगालना शुरू कर दिया। उन्हें लगा कि बेटे को कांवड़ शिविर में ही मुफ्त में खाना मिल सकता है। इसीलिए उन्होंने कांवड़ शिविरों में तलाश शुरू की। उन्होंने ग्रेटर नोएडा और जीटी रोड पर लगे एक हजार से अधिक कांवड़ शिविर में बेटे की खोजबीन की। इस दौरान वह शिविरों में बेटे का फोटो दिखाते रहे। साथ ही अपना नंबर भी देकर आते थे। इस बीच जीटी रोड दादरी के पास लगे एक शिविर से उन्हें फोन आया, बताया आपका बेटा यहां है।
दादरी बाइपास के कांवड़ शिविर में मिला बेटा
पिता हरेंद्र ने बताया कि जब वह वहां पहुंचे बेटा जा चुका है। इसके बाद बेटे को दूसरे शिविरों में तलाशते रहे। इस बीच दादरी बाइपास पर लगे एक कांवड़ शिविर में उनका बेटा मिल गया। उन्होंने इसके बाद पुलिस को सूचना दी। जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और बेटे को लेकर थाने आ गई।
अब जानिए घर छोड़ने का कारण
पिता हरेंद्र ने बताया कि पुलिस पूछताछ में बेटे ने बताया कि मोबाइल को लेकर उसका बहन से झगड़ा होता है। बहन उसे मारती है। इसीलिए वह घर छोड़कर भाग गया। अभी पुलिस बेटे से पूछताछ कर रही है।