ग्रेटर नोएडा के इस गांव में कभी भी आ सकता है सुंदर भाटी, पुलिस टेढ़ी नजर से कर रही निगरानी

Exclusive Story : ग्रेटर नोएडा के इस गांव में कभी भी आ सकता है सुंदर भाटी, पुलिस टेढ़ी नजर से कर रही निगरानी

ग्रेटर नोएडा के इस गांव में कभी भी आ सकता है सुंदर भाटी, पुलिस टेढ़ी नजर से कर रही निगरानी

Tricity Today | सुंदर भाटी

Greater Noida News : गौतमबुद्ध नगर और उत्तर प्रदेश के कुख्यात बदमाश सुंदर भाटी जेल से आजाद हो गया है। इसी के साथ नोएडा पुलिस की बेचैनी बढ़ गई। अब बताया जा रहा है कि सुंदर भाटी ग्रेटर नोएडा के एक खास गांव में अपने साथियों के साथ कभी भी पहुंच सकता है। इसकी जानकारी मिलते ही पुलिस एक्शन मोड में आ गई। गांव और आसपास में पुलिस की पैनी नजर हैं। कई टीमें इस समय सुंदर भाटी की हर गतिविधि पर नजर रखे हुए हैं।  

घंघौला गांव में पुलिस एक्टिव
दरअसल, कुख्यात सुंदर भाटी ग्रेटर नोएडा में स्थित घंघौला गांव का निवासी है। वैसे तो पूरा परिवार इस समय सुंदर भाटी का दिल्ली में रहता है, लेकिन कुनबे के कुछ लोग और साथी आज भी घंघौला गांव में रह रहे है। ऐसे में बताया जा रहा है कि सुंदर भाटी अपने पैतृक गांव में जा सकता है। वहां पर किस टाइम सुंदर भाटी जाएंगे और किन-किन लोगों से मुलाकात करेगा, इस पर पुलिस की नजर है।

बेटी की शादी की तैयारियों में जुटा सुंदर भाटी
जेल से आजादी मिलने के बाद वह वाराणसी से अपने दिल्ली स्थित घर पहुंच गया है। पुलिस उसके दिल्ली के मयूर विहार और पांडव नगर स्थित घरों के आसपास कड़ी नजर रख रही है। सुंदर भाटी की बेटी की अगले महीने शादी है। जेल से छूटने के बाद सुंदर भाटी अपनी बेटी की शादी की तैयारियों में जुट गया है। बताया जा रहा है कि उसने अपने घर पर करीबियों से मुलाकात भी की है। पुलिस अब इन करीबियों की कुंडली खंगालने में जुट गई। 

हत्या समेत करीब 60 आपराधिक मामले दर्ज
आपको बता दें कि सुंदर भाटी पर पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष नरेश भाटी, स्क्रैप माफिया रवि काना के बड़े भाई हरेंद्र नागर और उसके सरकारी गनर भूदेव शर्मा की हत्या समेत करीब 60 आपराधिक मामले दर्ज हैं। हरेंद्र नागर की हत्या में गौतमबुद्ध नगर कोर्ट ने उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी, लेकिन हाईकोर्ट ने हाल ही में सुंदर भाटी को जमानत दी है। सुंदर भाटी पर हत्या, लूट, अवैध वसूली, जानलेवा हमला और रंगदारी जैसे गंभीर मामले दर्ज हैं।  

करीब 34 साल पहले बनाया था गैंग
नरेश भाटी और सुंदर भाटी 90 के दशक में साथ काम करते थे। किसी बात को लेकर दोनों के बीच विवाद हो गया। दोनों ने गैंग बनाकर अलग हो गए। इसके बाद दोनों पक्षों के कई लोगों ने एक-दूसरे पर हमला किया। सुंदर भाटी के भाई प्रताप पटवारी की हत्या नरेश भाटी गैंग ने की थी। जबकि नरेश भाटी की हत्या में सुंदर भाटी का नाम सामने आया था। सुंदर भाटी के गैंग में कई कुख्यात अपराधी शामिल हो गए। दोनों गैंगस्टर गौतमबुद्ध नगर में लंबे समय तक अपने-अपने इलाकों में राज करते रहे। सुंदर भाटी ने जेल में रहते हुए अपने कई दुश्मनों की हत्या करवाई थी।

पूरे यूपी में सुंदर भाटी का वर्चस्‍व कायम
सुंदर भाटी न केवल पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बल्कि पूर्वांचल में भी अपने आपराधिक कनेक्शन के कारण चर्चा में रहा है। इस साल अप्रैल में प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के बाद सुंदर भाटी का नाम फिर से सुर्खियों में आया था, क्योंकि हत्याकांड में शामिल एक शूटर ने हमीरपुर जेल में भाटी के साथ वक्त बिताया था। इसे लेकर यह अफवाहें फैली थीं कि विदेशी (जिगाना) पिस्टल उन्हीं के माध्यम से शूटर्स तक पहुंचाई गई थीं।

कभी एक साथ काम करते थे अनिल दुजाना और सुंदर भाटी
बताया जा रहा है कि ग्रेटर नोएडा के साथ क्षेत्रों में स्क्रैप और सरिया कारोबार पर कब्जे की जंग एक बार फिर भड़कने की संभावना जताई जा रही है। कभी अनिल दुजाना और सुंदर भाटी एक साथ काम करते थे, लेकिन बाद में अलग-अलग हो गए थे। हालांकि मई 2023 में मेरठ में यूपी एसटीएफ ने अनिल दुजाना को मुठभेड़ में मार गिराया था।

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