Hapur News : नवरात्र शूरू हो चुके है और नवरात्र में कुट्टू के आटे की मांग बढ़ जाती है। ऐसे में बाजार में जहरीला कुटू का आटा आने लगता है, प्रतिवर्ष ऐसे कई मामले सामने आते हैं। जहां कुट्टू का आटा खाकर लोग बीमार हुए हैं। वहीं महाशिवरात्रि पर भी गढ़ क्षेत्र में डेढ़ दर्जन से अधिक लोगों की कुट्टू के आटे से बने पकवान खाने से तबीयत बिगड़ गई थी, इससे पहले शारदीय नवरात्र में कुछ मामले सामने आए थे। ऐसे में नवरात्र के दौरान कुट्टू और सिंघाड़े का आटा खरीदते समय विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है। सावधानी न बरतने से आप बीमार भी हो सकते हैं।
चैत्र नवरात्र की मंगलवार से हुई शुरुआत
दरअसल, नवरात्र में अधिकांश घरों में व्रत रखे जाते हैं और व्रत खोलने के लिए अधिकांश घरों में कुट्टू के आटे के पकवान बनाए जाते हैं। बाजार में कुट्टू का आटा 120 रुपये प्रति किलोग्राम और सिंघाड़े का आटा 150 रुपये किलोग्राम की कीमत से बिक रहा है। सूत्रों की मानें तो अधिक मुनाफा कमाने के लिए कुछ दुकानदार इसमें गेहूं और चावल का आटा मिलाकर बेचते हैं। पिछले वर्षों में कई लोग कुट्टू का मिलावटी आटा खाने से बीमार हो चुके हैं। लगभग-9 वर्ष पहले फ्रीगंज रोड पर खाद्य औषधि प्रशासन की टीम ने मिलावटी आटा पकड़ा था, ऐसे में मिलावटखोरों को पकड़ने के लिए खाद्य औषधि प्रशासन सतर्क हो गया है।
सेहत के लिए नुकसानदेह
स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ फिजिशियन व सीएमएस डॉक्टर प्रदीप कुमार मित्तल ने बताया कि कुट्टू के खराब आटे को खाने से पेट में दर्द, भूख न लगना, लीवर को नुकसान पहुंचाना और आंतों में जख्म आदि परेशानियां हो सकती हैं। जों सेहत के लिए नुकसानदेह हो सकती हैं। वहीं खाद्य सुरक्षा उपायुक्त महेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि मिलावटी कुट्टू का आटा और अन्य खाद्य सामग्री की बिक्री नहीं होने दी जाएगी। मिलावट करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए टीम को दिशा-निर्देश दे दिए गए है।