Tricity Today | Yogi Adityanath
कोरोनावायरस के खिलाफ चल रही जंग में उत्तर प्रदेश सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। अब राज्य के प्राइवेट अस्पताल भी कोरोनावायरस से बीमार लोगों का इलाज कर सकते हैं। सरकार ने गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, मेरठ, आगरा, गोरखपुर, बरेली, बनारस, अलीगढ़, मुरादाबाद, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर और बुलन्दशहर समेत राज्य के 73 जिलों में 661 प्राइवेट अस्पतालों को कोरोनावायरस के संक्रमित लोगों का उपचार करने की इजाजत दे दी है।
अब अगर किसी व्यक्ति को कोरोनावायरस का संक्रमण होता है तो वह इन प्राइवेट अस्पतालों में जाकर इलाज करवा सकता है। बड़ी बात यह है कि इन अस्पतालों में प्रदेश के लगभग सभी सुपर स्पेशलिटी, मल्टीस्पेशलिटी और बड़े अस्पताल शामिल हैं। इन सभी अस्पतालों का जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग, इंडियन काउंसिल फ़ॉर मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) और विश्व स्वास्थ्य संगठन के डॉक्टर वैज्ञानिक और विशेषज्ञ दौरा कर चुके हैं। इन अस्पतालों की सुविधाएं और कोरोनावायरस के प्रति जानकारी को परखने के बाद सरकार ने यह फैसला लिया है। इन अस्पतालों में 20 से लेकर 100 बैड तक के आइसोलेशन वार्ड बनाए गए हैं।
उत्तर प्रदेश सरकार के इस फैसले के बाद राज्य में कोरोनावायरस के खिलाफ बड़ी तैयारी हो गई है। अभी तक यूपी के सरकारी मेडिकल कॉलेजों में ही कोरोनावायरस का उपचार किया जा रहा था। प्राइवेट अस्पतालों के इस लड़ाई में जुड़ जाने से एक झटके में करीब तीन लाख बेड क्षमता उत्तर प्रदेश में बढ़ गई है। मतलब, अब राज्य में एक साथ साढ़े तीन लाख लोगों का इलाज किया जा सकता है। सरकार के पास अभी तक करीब 50 हजार लोगों का उपचार करने की व्यवस्थाएं मौजूद थीं।
हम आम आदमी की सुविधा को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से जारी की गई इन प्राइवेट अस्पतालों की जिलावार लिस्ट और उनके प्रबंधकों के मोबाइल नंबर यहां प्रकाशित कर रहे हैं। आवश्यकता पड़ने पर इन अस्पतालों से संपर्क किया जा सकता है। कोई भी जानकारी लेने के लिए अस्पताल प्रबंधन की ओर से उपलब्ध करवाए गए मोबाइल नंबर पर संपर्क कर सकते हैं। लिस्ट बड़ी होने के कारण खुलने में थोड़ा समय लगेगा। थोड़ा इंतजार कर लें।