Tricity Today | प्रतीकात्मक फोटो
सोमवार को लगातार दूसरे दिन गाजियाबाद पर कोरोनावायरस बनकर टूटा है। सोमवार को 4 लोगों की मौत हो गई और 12 नए मरीज सामने आए हैं। तीन लोगों की मौत मेरठ के मेडिकल कॉलेज में हुई है जबकि एक मौत दिल्ली के प्राइवेट अस्पताल में हुई है। एक ही दिन में चार लोगों की मौत से गाजियाबाद के स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है। दूसरी ओर जिले के निवासियों में दहशत हावी हो गई है।
कोरोना संक्रमण की चपेट में आने से दो युवक और एक महिला की मेरठ मेडिकल कालेज में मौत हो गई है। एक युवक की रिपोर्ट मौत के बाद आई है।अभी तीनों के शव मेरठ मेडिकल कालेज में ही रखे गए हैं। बताया जा रहा है कि तीनों लोगों का मेरठ में ही अंतिम संस्कार किया जाएगा। इसके लिए जिला प्रशासन परिजनों से बात कर रहा है। गाजियाबाद से परिजनों को अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए मेरठ भेजा जाएगा।
दूसरी ओर राजनगर में रहने वाले 64 वर्षीय लोहा कारोबारी की मैक्स पटपड़गंज में मौत हुई है। उनकी जांच रिपोर्ट नहीं आई है। शव का परिजनों ने गाजियाबाद में अंतिम संस्कार कर दिया है। अब जिले में कोरोना से मरने वालों की संख्या 19 हो गई है। हालांकि, स्वास्थ्य विभाग ने अभी सिर्फ पांच मामलों की पुष्टि की है। सोमवार को 12 नए कोरोना संक्रमित मरीजों की पुष्टि हुई है।
जांच के लिए भेजे गए सैंपल्स में से 120 रिपोर्ट आई हैं। 154 नए सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। अब जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 331 तक पहुंच चुकी है। इनमें से अब तक 233 स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं। वर्तमान में 94 मरीजों का इलाज चल रहा है।
नंदग्राम निवासी 32 वर्षीय युवक को सांस लेने में परेशानी होने पर परिजन जिला एमएमजी अस्पताल इलाज के लिए ले गए थे। युवक की गंभीर हालत होने पर उसे मेरठ मेडिकल रेफर कर दिया गया था। वहां पर वेंटीलेटर रखा गया था, जहां देर रात मौत हो गई। रिपोर्ट सोमवार की शाम पॉजिटिव आई है। इसके अलावा संजय नगर में रहने वाले 32 वर्षीय युवक को बुखार होने पर परिजन 25 मई को मेडिकल कालेज ले गए थे। भर्ती करने के बाद कोरोना जांच की गई थी। दो दिन पहले संक्रमण की पुष्टि हुई थी। सोमवार को उसकी मौत हो गई है। युवक के परिवार के तीन अजुत लोग संक्रमण की चपेट में आए हैं।
इस्लाम नगर में रहने वाली 65 वर्षीय महिला को पांच दिन से बुखार, सांस फूलना, दस्त और पेट में दर्द की शिकायत थी। मेडिकल कॉलेज में भर्ती से पहले उनके खून के टेस्ट में टाइफाइड बुखार निकला था। यह काफी समय से ब्लड प्रेशर की भी मरीज थीं। इनको मोरबिड ओबेसिटी यानि इनका वजन बहुत अधिक था। यह क्रिटिकल अवस्था में ही मेडिकल कॉलेज मेरठ की कोविड-19 अस्पताल में भर्ती हुई थीं। उन्हें आईसीयू में रखा गया था। कोरोना जांच पॉजिटिव पाई गई है। सोमवार को हालत बहुत खराब हो गई। इनका ऑक्सीजन सैचुरेशन बहुत कम हो गया और सुबह 10 बजे वेंटिलेटर पर रखा गया। सभी आवश्यक इमरजेंसी दवाएं दी गईं। इसके बावजूद शाम चार बजे उनकी मौत हो गई है।
राजनगर में रहने वाले 64 वर्षीय लोहा कारोबारी की तबीयत खराब होने पर मैक्स पटपड़गंज में भर्ती कराया गया था। एहतियात के तौर पर उनकी कोरोना जांच कराई गई थी। हालांकि, अभी तक उनकी जांच रिपोर्ट नहीं आई है। परिजनों ने उनके शव का अंतिम संस्कार कर दिया है। अभी उनकी कोरोना वायरस टेस्ट रिपोर्ट आने का इंतजार किया जा रहा है। परिजनों का कहना है कि उनमें डॉक्टर कोरोना वायरस के लक्षण होने की बात कर रहे थे।