गाजियाबाद: एमएमजी अस्पताल को कोविड एल-1 से एल-2 अस्पताल बनाने के लिए सरकार ने चार वेंटिलेटर दिए

गाजियाबाद: एमएमजी अस्पताल को कोविड एल-1 से एल-2 अस्पताल बनाने के लिए सरकार ने चार वेंटिलेटर दिए

गाजियाबाद: एमएमजी अस्पताल को कोविड एल-1 से एल-2 अस्पताल बनाने के लिए सरकार ने चार वेंटिलेटर दिए

Google Image | गाजियाबाद एमएमजी अस्पताल

साहिबाबाद स्थित ईएसआइसी राजेंद्रनगर में संचालित कोविड एल-1 अस्पताल को एल-2 बनाने की कवायद तेज कर दी गई है। जिलाधिकारी और सीएमओ के निर्देश पर एमएमजी अस्पताल की दो पुरानी वेंटिलेटर मशीनों को राजेंद्रनगर भेजा जाएगा। एमएमजी के सीएमएस डॉ. अनुराग भार्गव ने इसकी पुष्टि की है। इतना ही नहीं एल-2 के बीस मरीजों को राजेंद्र नगर में भर्ती भी करवा दिया गया है। 

उन्होने बताया कि दिव्य ज्योति संस्थान समेत दो अन्य कोविड एल-1 अस्पतालों को भी एल-2 में बदलने पर मंथन चल रहा है। दरअसल होम आइसोलेशन की मंजूरी मिलने के बाद जिले में लक्षणरहित मरीजों की संख्या घट गई है। करीब डेढ़ सौ मरीजों को होम आइसोलेशन में रखा गया है। करीब 250 का उपचार दस निजी अस्पतालों में चल रहा है। ऐसे में एल-2 और एल-3 श्रेणी के मरीजों को ही अस्पतालों में भर्ती किया जा रहा है। ईएसआइसी राजेंद्र नगर को कोविड एल-1 से एल-2 में बदला जा रहा है। बदलने के लिए संसाधन पूरे होने तक एल-1 और एल-2 श्रेणी के मरीजों को भर्ती किया जाएगा। प्रभारी डॉ. विमल कुमार ने बताया कि फिलहाल लक्षणरहित और हल्के लक्षण वाले मरीजों को भर्ती किया जा रहा है।

एमएमजी को शनिवार को चार नई वेंटिलेटर मशीन मिल गई हैं। इसके साथ ही यहां भर्ती होने वाले मरीजों को अब किसी बडे अस्पताल में रेफर करने की जरूरत नहीं होगी। सीएमएस ने बताया कि भर्ती होने वाले गंभीर मरीजों का अब बेहतर उपचार हो सकेगा। केंद्र सरकार की ओर से वेंटिलेटर उपलब्ध कराई है। इससे पहले केवल दो वेंटिलेटर थे। इन्हे ईएसआइसी को देना पड़ रहा है।

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