गाजियाबाद में कोरोना जांच के लिए सबसे बड़ा केंद्र बना एमएमजी अस्पताल

गाजियाबाद में कोरोना जांच के लिए सबसे बड़ा केंद्र बना एमएमजी अस्पताल

गाजियाबाद में कोरोना जांच के लिए सबसे बड़ा केंद्र बना एमएमजी अस्पताल

Google Image | एमएमजी अस्पताल

कोरोना वायरस के संक्रमण की जांच के लिए अब जिला एमएमजी अस्पताल सबसे बड़ा केंद्र बन गया है। अस्पताल में अब कोरोना की सबसे अधिक जांच हो रही हैं। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार गत तीन माह में करीब 30 हजार मरीज ओपीडी में पहुंचे हैं। इतना ही नहीं 12051 लोग की कोरोना जांच की गई है। इनमें से 898 लोग संक्रमित पाए गए हैं। रैपिड एंटीजन किट से 7719 लोगों की जांच की गई। इस जांच में 501 मरीज संक्रमित पाए गए हैं। बूथ पर की गई 3249 आरटी-पीसीआर जांच के सापेक्ष 232 की रिपोर्ट संक्रमित आई है। 

जिला एमएमजी अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अनुराग भार्गव ने बताया कि जिला एमएमजी अस्पताल में त्रिस्तरीय कोरोना की जांच का इंतजाम है। इसमें रैपिड एंटीजन किट, आरटी-पीसीआर और टू नेट मशीन से जांच की जा रही है। कोरोना की जांच के लिए रोजाना कम से कम 10 स्थानों पर एनजीओ, आरडब्ल्यूए और सिविल डिफेंस के अनुरोध पर शिविर लगाए जा रहे हैं। 

सरकारी विभागों के आग्रह पर भी जांच शिविर लगाया जा रहा है। कोरोना की जांच के लिए एमएमजी अस्पताल में एक बूथ सुबह से शाम तक चलता है। इमरजेंसी में 24 घंटे कोरोना की जांच नि:शुल्क की जा रही हैं। वहीं,जिला एमएमजी अस्पताल अब राजेंद्रनगर स्थित कोविड एल-1 अस्पताल को कोविड एल-2 बनाने के लिए यहां से दो वेंटिलेटर देगा। 

जिलाधिकारी डॉ.अजय शंकर पांडेय एवं सीएमओ डॉ.एनके गुप्ता के निर्देश पर एमएमजी अस्पताल की दो पुरानी वेंटिलेटर मशीनों को राजेंद्रनगर भेजा जाएगा। सीएमएस डॉ. अनुराग भार्गव ने बताया कि राजेंद्रनगर ईएसआईसी कोविड एल-1 में एल-2 के 20 मरीजों को यहां पर भर्ती कराया गया है। मोदीनगर में दिव्य ज्योति संस्थान समेत दो अन्य कोविड एल-1 अस्पतालों को भी एल-2 में बदलने पर मंथन चल रहा हैं। होम आइसोलेशन की मंजूरी मिलने के बाद जिले में लक्षण रहित मरीजों की संख्या घट गई है। करीब 150 मरीजों को होम आइसोलेशन में रखा गया है। करीब 250 का उपचार 10 निजी अस्पतालों में चल रहा है। ऐसे में एल-2 और एल-3 श्रेणी के मरीजों को ही अस्पतालों में भर्ती किया जा रहा है। 

ईएसआइसी को कोविड एल-1 से एल-2 में बदला जा रहा है। इसलिए संसाधन पूरे होने तक एल-1 और एल-2 श्रेणी के मरीजों को भर्ती किया जाएगा। एमएमजी अस्पताल को चार नई वेंटिलेटर मशीन मिल गई हैं। केंद्र सरकार की ओर से वेंटिलेटर उपलब्ध कराई गई है। दो वेंटिलेटर मशीन ईएसआइसी अस्पताल को दी जाएगी।

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