Tricity Today | Yatharth Hospital Noida Extension
नोएडा एक्सटेंशन में स्थित यथार्थ हॉस्पिटल में 200 बिस्तरों वाला कोविड चिकित्सा केन्द्र स्थापित किया गया है, जो उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा निजी कोविड-19 अस्पताल है। यहां अब तक 830 कोविड रोगियों को भर्ती कराया गया है। जिनमें से 706 रोगियों का इलाज किया जा चुका है और अब वे पूरी तरह ठीक हो चुके हैं। करोना जांच रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। 26 अगस्त, 2020 को इस अस्पताल में 124 कोविड मरीज भर्ती हैं।
यहां मरीजों को जो उपचार दिए जा रहे हैं, उनमें टोसीलिज़ुमाब, रेमेडिसविर, बिपैप, वेंटिलेटर, प्लाज़्मा थेरेपी और हाई फ्लो नेजल ऑक्सीजन थेरेपी (एचएफएनओ) शामिल हैं। जो SARS-COV2 (COVID-19) रोगियों के लिए एनआईवी और वेंटिलेटर की तुलना में अधिक बेहतर हैं। ये अधिक आरामदायक हैं। कम कष्टदायक हैं और मरीज इसमें जागृत अवस्था में ही रहते हैं। इसके साथ ही यथार्थ हॉस्पीटल में 11 कोविड पॉजीटिव माताओं ने LSCS से स्वस्थ्य बच्चों को जन्म दिया है, जो कोविड -19 से मुक्त पैदा हुए हैं। इनमें से कुछ कोविड पॉजीटिव गर्भवती महिलाओं को गंभीर निमोनिया होने के कारण अन्य अस्पतालों में भर्ती नहीं किया गया था। उन्हें उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से यथार्थ हॉस्पीटल भेजा गया था।
इसके साथ ही इस अस्पताल में कोविड मरीजों के लिए भारत का पहला टेरेस गार्डन है। जोकि छत के ऊपर बुफे और योग लाउंज सुविधाओं के साथ तैयार किया गया है। अस्पताल के अंदर लग्जरी सुइट अपार्टमेंट्स सेट हैं। प्रत्येक में भोजन कक्ष, रसोईघर, 2 बिस्तर वाला कमरा और रिक्लाइनर लाउंज शामिल हैं।
व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर डॉक्टर और मरीज जुड़ते हैं
अस्पताल के निदेशक डॉ कपिल त्यागी ने बताया कि इस कोविड अस्पताल का सबसे महत्वपूर्ण पहलू यह है कि यहां प्यार और अपनापन की भावना के साथ मरीजों की देखभाल की जा रही है। हास्पीटल का एक साझा व्हाट्सएप ग्रुप है, जिसमें सभी मरीज और अस्पताल प्रबंधन के सदस्य शामिल हैं। जिसके जरिए हर किसी की जरूरत तुरंत पूरी की जाती है।
सकल भट्ट जो डीडी न्यूज में सीनियर एंकर और कंसल्टिंग एडिटर हैं। उन्होंने अपना अनुभव साझा करते हुए कहा, "मैं किसी के कहने पर 18 तारीख की शाम को यहां भर्ती हुआ। पिछले 6 दिनों में परीक्षण में मैं एसिम्पटोमेटिक पॉजिटिव पाया गया। यहां भर्ती होने के बाद मुझे कभी महसूस नहीं हुआ कि मैं अस्पताल में हूं। मैंने डॉक्टरों, नर्सों, हाउसकीपिंग, किचन बॉयज़, फ़्लोर मैनेजर और अन्य कर्मचारियों की अत्यधिक प्रोफेशनल और प्ररेणा से भरपूर टीम से लाड़-प्यार महसूस किया है। उनकी देखभाल और उनके अपनापन में मैं भूल गया कि मैं कोरोना पॉजीटिव हूं और मैंने यहां से ही काम करना शुरू कर दिया है। मुझे अपने रूम में आधी रात में भी कॉफी और सैंडविच उपलब्ध करायी जाती है। एक रिपोर्टर के रूप में मैंने कोरोना से लडने वाले मेडिकल कर्मचारियों पर कई फिल्में बनाई हैं, लेकिन यहां आकर उन्हें करीब और व्यक्तिगत रूप से देखा है। मैं अभिभूत हूं। ईश्वर उन सभी को आशीर्वाद दे।"
कुछ ऐसी ही कहानी है जनार्दन के बेटे की, जो मिर्जापुर के रहने वाले हैं। उन्होंने अपना अनुभव साझा किया, “मेरे पिता जनार्दन बरनवाल (सेवानिवृत आईएएस) को 20 जुलाई 2020 को यथार्थ अस्पताल में कमरा नम्बर 103 में भर्ती कराया गया था। वह कोरोना जांच में पाजीटिव पाए गए थे। उनके फेफडे में समस्या थी और उन्हें काफी लक्षण थे। उनके साथ-साथ पूरा परिवार अस्पताल की पहली मंजिल में भर्ती हुआ। हम यहां मिर्जापुर से आए थे, जो नोएडा से 750 किलोमीटर दूर है। क्योंकि हम जानते थे कि इस अस्पताल में अच्छी स्वास्थ्य देखभाल के साथ-साथ इसके रोगियों की प्यार और अपनापन की भावना के साथ देखभाल की जाती है। 16 दिनों की उचित देखभाल और डॉक्टरों की कड़ी मेहनत के बाद मेरे पिता की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई। इसके लिए हम डॉ अजय त्यागी डॉ, सुनील, डॉ लखनपाल और नर्सिंग स्टाफ शुभ, प्रज्ञान तथा प्रतीक के नेतृत्व में काम करने वाले कर्मचारियों के आभारी हैं। हम यह कभी नहीं भूल सकते कि यहां हमारा एक परिवार की तरह रखा गया खास कर वैसे समय में जब हमारे लिए अन्य दरवाजे बंद थे।”
यथार्थ हास्पीटल में इलाज के लिए गौतमबुद्ध नगर के अलावा बुलंदशहर, बनारस, मिर्जापुर, गोरखपुर, लखनऊ, कानपुर, शाजापुर, बरेली, झांसी, एटा, फिरोजाबाद, आगरा, अलीगढ़, मुरादाबाद, मेरठ, करनाल सहित पूरे यूपी से आए हैं। इसके अलावा सोनीपत, देहरादून, पटना से भी मरीज आए हैं। आज जब दुनिया भर से कोरोना को लेकर हतोत्साहित करने वाली खबरें आ रही हैं। इस दौर में नोएडा एक्सटेंशन के यथार्थ कोविड अस्पताल की कहानी चिकित्सकीय चमत्कार और प्यार और देखभाल के स्पर्श के साथ कोरोना को हराने का रास्ता दिखा रही है।
यथार्थ कोरोना हेल्पलाइन: 8800550091, 8800110084