Delhi News : दिल्ली समेत एनसीआर की हवा की स्थिति बेहद खराब बनी हुई है। जिससे लोग जहरीली हवा में सांस लेने को मजबूर हैं। इसका असर केवल स्वास्थ्य पर नहीं, बल्कि पूरे जीवन पर पड़ रहा है। एनसीआर में शुक्रवार सुबह की शुरुआत धुंध और धुएं की परत के साथ हुई। जिससे विजिबिलिटी में भारी कमी आई। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार शुक्रवार सुबह दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 371 तक पहुंच गया, जो बहुत खराब श्रेणी में आता है। इस समय मुख्य प्रदूषक पार्टिकुलेट मैटर 2.5 (PM2.5) था, जो लोगों के लिए गंभीर स्वास्थ्य खतरे पैदा कर रहा है।
हवाई और रेलवे यातायात पर भी बढ़ते प्रदूषण का असर
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के मुताबिक शुक्रवार सुबह उत्तर प्रदेश के वाराणसी और गोरखपुर हवाई अड्डों पर भी विजिबिलिटी 400 मीटर से कम दर्ज की गई। जिसका असर हवाई यातायात पर पड़ा। दिल्ली आने-जाने वाली 12 से अधिक ट्रेनें देरी से चल रही थीं, जबकि कई ट्रेनों का समय बदला गया था। आस-पास के क्षेत्रों जैसे गुरुग्राम, गाजियाबाद, फरीदाबाद, नोएडा और ग्रेटर नोएडा में भी एक्यूआई खराब स्तर पर रहा, जिससे वहां के निवासियों को भी दिक्कतें आ रही हैं।
नागरिकों से घर से काम करने की अपील
प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (NDMC) ने सुबह-सुबह राष्ट्रीय राजधानी में कई स्थानों पर सड़कों की सफाई की। प्रदूषण के स्तर में हल्का सुधार होने के बाद भी दिल्ली की वायु गुणवत्ता 'बहुत खराब' श्रेणी में बनी रही। प्रदूषण का असर दिल्ली-एनसीआर के नागरिकों पर साफ तौर पर देखा जा रहा है और ऐसे में सरकार ने नागरिकों को घर से काम करने और ऑनलाइन क्लास लेने जैसे कदम उठाने की सलाह दी है।
सरकार लगातार कर रही प्रयास
दिल्ली सरकार प्रदूषण से निपटने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। वायु गुणवत्ता में थोड़ी राहत मिलने के बाद भी यह गंभीर' स्तर पर रही। इस स्थिति को देखते हुए दिल्ली सरकार ने सख्त कदम उठाए हैं और उम्मीद जताई है कि अगले कुछ दिनों में प्रदूषण के स्तर में और सुधार होगा। वहीं दिल्ली में आईएमडी के अनुसार गुरुवार को न्यूनतम तापमान 10.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।