ईडी की छापेमारी में नोएडा अथॉरिटी में सीईओ रहे मोहिंदर सिंह के घर से मिले करोड़ों के हीरे, कैश और जेवरात

रिटायर्ड IAS या धनकुबेर : ईडी की छापेमारी में नोएडा अथॉरिटी में सीईओ रहे मोहिंदर सिंह के घर से मिले करोड़ों के हीरे, कैश और जेवरात

ईडी की छापेमारी में नोएडा अथॉरिटी में सीईओ रहे मोहिंदर सिंह के घर से मिले करोड़ों के हीरे, कैश और जेवरात

Tricity Today | घर से मिले करोड़ों के हीरे, कैश और जवारात

  • -ट्विन टावर मामले में आईएएस के खिलाफ विजिलेंस में मामला दर्ज 
  • -मेरठ, दिल्ली, चंडीगढ़ और गोवा में छापेमारी
  • -1 करोड़ कैश 12 करोड़ के हीरे 7 करोड़ के जेवरात
Noida/ Lucknow : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को मेरठ, चंडीगढ़ और अन्य स्थानों पर एक बड़ी छापेमारी की कार्रवाई की। इस कार्रवाई में शारदा एक्सपोर्ट के मालिक, उनसे जुड़े व्यक्तियों और एक सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी के ठिकानों पर छापे मारे गए। इस दौरान ईडी ने कुल 12 करोड़ रुपये के हीरे बरामद किए। ईडी की यह कार्रवाई भ्रष्टाचार और अवैध गतिविधियों पर अंकुश लगाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। 
नोएडा और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में तैनात 
छापेमारी के दौरान चंडीगढ़ में रह रहे सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी मोहिंदर सिंह के घर से सात करोड़ रुपये के हीरे बरामद किए गए। मोहिंदर सिंह पूर्व में नोएडा और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ और अध्यक्ष रह चुके हैं। इसके अलावा, मेरठ के कारोबारी आदित्य गुप्ता के घर से पांच करोड़ रुपये के हीरे मिले। ईडी की टीमों ने इस कार्रवाई में सात करोड़ रुपये का सोना, नकदी और कई संदिग्ध दस्तावेज भी जब्त किए हैं। अधिकारियों ने कुल तीन घरों से सात करोड़ रुपये का सोना और अन्य आभूषण भी बरामद किए। इसके आलावा, कई ऐसे दस्तावेज मिले हैं जिनके बारे में संबंधित व्यक्ति संतोषजनक जवाब नहीं दे सके।

मेरठ, दिल्ली, चंडीगढ़ और गोवा में छापेमारी
ईडी सूत्रों के अनुसार, यह कार्रवाई शारदा एक्सपोर्ट समूह से जुड़े लोगों के विरुद्ध की गई। मंगलवार को मेरठ, दिल्ली, चंडीगढ़ और गोवा में छापेमारी की गई थी, जिसके बाद बुधवार को यह बड़ी कार्रवाई की गई। अधिकारियों ने इस मामले में और अधिक जानकारी देने से इनकार किया है। जांच अभी जारी है और आने वाले दिनों में इस मामले में और खुलासे होने की संभावना है।


ट्विन टावर मामले में मामला दर्ज 
मोहिंदर सिंह के नोएडा में कार्यकाल से जुड़े कई मामलों की जांच चल रही है। बसपा शासनकाल के दौरान उनकी नोएडा-ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में महत्वपूर्ण भूमिका थी। सुपरटेक के ट्विन टावर मामले में उनके खिलाफ विजिलेंस में मामला दर्ज है। नोएडा-ग्रेटर नोएडा में नियमों की अनदेखी कर बिल्डरों को ग्रुप हाउसिंग भूखंड आवंटित करने के आरोप भी उन पर हैं।

अन्य खबरे

Please Wait...!
Copyright © 2023 - 2024 Tricity. All Rights Reserved.