Google Images | पीएम नरेंद्र मोदी और डोनाल्ड ट्रंप का फाइल फोटो
Noida Desk : एक ऐसा चुनाव, जिस पर पूरी दुनिया की नजर थी। ऐसी चुनावी जंग जिसका सीधा असर भारत पर पड़ेगा। आज उसका परिणाम आया है। अमेरिकी मतदाताओं ने रिपब्लिकन राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप को ओवल कार्यालय में लगातार दूसरी बार सत्ता सौंपी है। इस चुनाव में विजेता का फैसला करने वाले इलेक्टोरल कॉलेज नंबरों के अनुसार ट्रंप 277 वोट लेकर बहुमत के आंकड़े (270) से आगे रहे, जबकि डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार कमला हैरिस 224 वोटों के लेकर होड़ में पिछड़ गई। यही नहीं, ट्रंप सीनेट में बहुत हासिल करने में कामयाब रहे, जो भारतीय संसद के राज्यसभा की तरह है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दी बधाई
प्रधानमंत्री ने कहा X पर लिखा कि मेरे मित्र @realDonaldTrump आपको ऐतिहासिक चुनावी जीत पर हार्दिक बधाई। जैसा कि आप अपने पिछले कार्यकाल की सफलताओं को आगे बढ़ाते हैं, मैं भारत-अमेरिका व्यापक वैश्विक और रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के लिए हमारे सहयोग को नवीनीकृत करने की आशा करता हूं। आइये, हम सब मिलकर अपने लोगों की बेहतरी के लिए तथा वैश्विक शांति, स्थिरता और समृद्धि को बढ़ावा देने के लिए काम करें।
भारत पर पड़ेगा यह असर
एक उम्मीदवार के रूप में, ट्रंप ने साफ किया कि वह "अमेरिका फर्स्ट" सिद्धांतों पर ध्यान केंद्रित करते हुए अमेरिकी विदेश नीति को नया रूप देने का इरादा रखते हैं। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने हाल ही में कहा कि ट्रंप और कमला हैरिस में से कोई भी जीते, अमेरिका के और अधिक अलगाववादी बनने की संभावना है। ट्रम्प और पीएम मोदी के बीच सौहार्द, जो "हाउडी, मोदी!" और "नमस्ते ट्रंप" जैसे हाई-प्रोफाइल कार्यक्रमों के दौरान पूरी तरह से प्रदर्शित हुआ।
ट्रंप की जीत से भारत के पड़ोसी देशों से उसके रिश्तों पर सकारात्मक असर पड़ने की उम्मीद है। ट्रंप चीन को पसंद नहीं करते। ऐसे में वह कई अहम मैन्युफैक्चरिंग और प्रॉडक्शन भारत को सौंप सकते हैं, जिसमें अभी तक वह चीन पर निर्भर है। साथ ही बांग्लादेश पर भी उनकी जीत के बाद दबाव बनेगा।
इस पर देना होगा खास ध्यान :
1. भारत-अमेरिका व्यापार संबंध
2. इमिग्रेशन: भारतीय कार्यबल पर प्रभाव
3. सैन्य संबंध और रक्षा सहयोग