Noida News : हैसिंडा प्रोजेक्ट घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने प्रतीक इंफ्रा प्रोजेक्ट्स के निदेशकों को नोटिस जारी किया है। अब जल्द ही प्रतीक इंफ्रा प्रोजेक्ट्स के निदेशकों बुलाया जाएगा और सवाल-जवाब किए जाएंगे। जांच से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में आगे की कार्रवाई जल्द की जाएगी।
कैसे हुआ स्कैम
हैसिंडा के निदेशकों ने अपनी लोटस-300 परियोजना के लिए नोएडा प्राधिकरण द्वारा दी गई जमीन का 40 प्रतिशत हिस्सा नियमों का उल्लंघन करते हुए प्रतीक इंफ्रा को बेचा। ईडी के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार हैसिंडा प्रोजेक्ट्स ने वर्ष 2010-11 में 67 हजार वर्ग मीटर जमीन लेकर निवेशकों के साथ बिल्डर-खरीदार एग्रीमेंट किया था। इस दौरान निवेशकों को कई आकर्षक वायदे कर पूरे क्षेत्र में टाउनशिप विकसित करने की योजना का उल्लेख किया गया।
236 करोड़ रुपये में हुआ जमीन का सौदा
इस परियोजना में निवेशकों ने कुल 636 करोड़ रुपये जमा किए, लेकिन बाद में नियमों की अनदेखी करते हुए 236 करोड़ रुपये में इस जमीन को प्रतीक इंफ्रा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड को बेच दिया गया। प्रतीक इंफ्रा ने thereafter उस जमीन पर अपार्टमेंट का निर्माण कर लिया। इस घोटाले की जांच में ईडी ने प्रतीक इंफ्रा को भी कार्रवाई के दायरे में शामिल कर लिया है। बताया जा रहा है कि इसके निदेशक कांग्रेस नेता के करीबी संपर्क में हैं।