Tricity Today | एनईए ने एडिशनल कमिश्नर स्टेट टैक्स से की मुलाकात
Noida News : उद्यमियों के संगठन नोएडा एंटरप्रिनियोर्स एसोसिएशन (एनईए) के प्रतिनिधिमंडल ने जीएसटी से जुड़ी समस्याओं को लेकर गौतमबुद्ध नगर जोन की एडिशनल कमिश्नर स्टेट टैक्स चांदनी सिंह से सेक्टर-148 स्थित कार्यालय में मुलाकात की। इस दौरान एनईए के अध्यक्ष विपिन कुमार मल्हन ने उन्हें जीएसटी से जुड़ी समस्याओं से अवगत कराते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों से विभाग उद्यमियों को पिछला बकाया (वर्ष 2002 से 2017 तक) ब्याज सहित जमा करने के लिए नोटिस भेज रहा है। जबकि अधिकांश मामलों में उद्यमी द्वारा सभी देनदारियों का भुगतान किया जा चुका है।
रिकार्ड उद्यमियों के पास उपलब्ध नहीं
विपिन कुमार मल्हन ने कहा कि अब 20 साल बाद उस भुगतान का रिकार्ड उद्यमियों के पास उपलब्ध नहीं है। कुछ मामलों में तो विभाग ने सीधे बैंकों को सूचित कर खाते सीज करवा दिए हैं। यह व्यवसायी व उद्यमी की प्रतिष्ठा पर बड़ा प्रश्नचिह्न है। इससे व्यवसायी व उद्यमी का पूरा कारोबार ठप हो रहा है। उन्होंने कहा कि यदि उद्यमी द्वारा भुगतान का सबूत पेश करने के बावजूद बैंक खाता सीज करने जैसी कार्रवाई करने वाले अधिकारियों के खिलाफ सख्त विभागीय कार्रवाई की जानी चाहिए। एनईए अध्यक्ष ने कहा कि वैट के समय के सिक्योरिटी बांड और एफडी विभाग में जमा हैं, उन्हें भुनाने की व्यवस्था की जाए। उन्होंने विभाग से यह भी अनुरोध किया कि पुराने अभिलेखों का डिजिटलीकरण कर उद्यमी को वैट के समय का नॉन पेमेंट प्रमाण पत्र जारी किया जाए, ताकि भविष्य में उद्यमी के साथ ऐसी विसंगतियां उत्पन्न न हों।
मिला आश्वासन, कार्रवाई होगी बंद
प्रतिनिधिमंडल द्वारा व्यापारी और उद्यमी से संबंधित समस्याओं को सुनने के बाद एडिशनल कमिश्नर स्टेट टैक्स चांदनी सिंह ने कहा कि भविष्य में विभाग द्वारा ऐसी कार्रवाई बंद की जाएगी। विभाग सभी अभिलेखों का डिजिटलीकरण करा रहा है, जो करीब 1-2 माह में पूरा हो जाएगा। इसके बाद ऐसी विसंगतियों की गुंजाइश खत्म हो जाएगी। उन्होंने कहा कि वैट के समय के सिक्योरिटी बांड और एफडी विभाग में जमा हैं। उन्हें भुनाने के लिए उद्यमी की ओर से आवेदन मिलने पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी।
ये रहे मौजूद
प्रतिनिधिमंडल में एनईए के अध्यक्ष विपिन कुमार मल्हन, महासचिव वीके सेठ, सचिव और जीएसटी कमेटी एनईए के अध्यक्ष आलोक कुमार गुप्ता, वरिष्ठ उपाध्यक्ष हरीश जोनेजा, मुकेश कक्कड़, सचिव आलोक कुमार गुप्ता, प्रदीप मेहता, तमनजीत सिंह चड्ढा, वी. राम कुमार, गौरव कपूर, अनिल गुप्ता, डीके इग्ले, पंकज जिंदल, नरेंद्र चोपड़ा, विनीत मेहता और अन्य उद्यमी और व्यापारी शामिल थे।