Noida News : नोएडा के बहुचर्चित हैसिंडा भूमि घोटाले में पूर्व आईएएस अधिकारी और नोएडा अथॉरिटी के पूर्व सीईओ रहे रमा रमण पर शिकंजा कसता जा रहा है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच के दायरे में आने के बाद रमा रमण ने ईडी की विशेष अदालत में गिरफ्तारी से बचने के लिए अंतरिम जमानत की अर्जी दाखिल की है। ईडी ने उनकी इस अर्जी का कड़ा विरोध करने का फैसला किया है। ईडी का कहना है कि जांच के हित में रमा रमण की जमानत का विरोध किया जाएगा।
मोहिंदर सिंह से मांगा सहयोग
गौरतलब है कि इस प्रकरण में इससे पहले भी नोएडा अथॉरिटी के कई पूर्व अधिकारियों से पूछताछ हो चुकी है। ईडी ने पूर्व आईएएस अधिकारी मोहिंदर सिंह से भी जांच में सहयोग मांगा था। मोहिंदर सिंह ने अपने बयान में स्पष्ट किया था कि उनके कार्यकाल के दौरान हैसिंडा परियोजना को भूमि आवंटित करने का निर्णय नहीं हुआ था। उन्होंने कहा कि भूमि आवंटन का निर्णय उनके बाद के अधिकारियों ने लिया था, जब वे नोएडा अथॉरिटी के अध्यक्ष बन गए थे।
पूर्व और वर्तमान निदेशकों से भी पूछताछ
मोहिंदर सिंह के बयान के बाद ईडी ने उनके चंडीगढ़ स्थित आवास पर छापेमारी की थी। इस छापे में करोड़ों रुपये के हीरों के साथ विभिन्न संपत्तियों से जुड़े दस्तावेज भी बरामद किए गए थे। ईडी इस मामले में हैसिंडा और उसकी सहायक कंपनियों के पूर्व और वर्तमान निदेशकों से भी पूछताछ कर चुकी है।