नोएडा पुलिस (Noida Police) ने एक ऐसे गैंग का पर्दाफाश किया है, जो लोगों को हनीट्रैप (Honeytrap) में फंसाकर रुपए ऐंठने का काम करता था। पुलिस ने गैंग के सात लोगों को गिरफ्तार किया है। जिसमें दो महिलाएं और पांच पुरुष हैं। पुलिस ने एक पीड़ित व्यक्ति को भी आरोपियों की गिरफ्त से छुड़वाया है।
नोएडा के एडीसीपी अंकुर अग्रवाल ने बताया कि 14 जनवरी 2021 को तौसीफ अली निवासी ककराला गांव ने नोएडा के फेस-2 थाने में लिखित शिकायत दी थी। बताया कि 13 जनवरी को उनके भाई नसरत का फोन उनके पास आया था। फोन पर कुछ लोगों ने उसे बुलाया था। कॉल पर बात करने के बाद पता चला कि मेरे भाई नसरत को मुरादाबाद में कुछ लोगों ने बंधक बना रखा है और मारपीट कर रहे हैं। इसके अलावा किसी महिला के साथ बलात्कार के झूठे मामले में फंसाकर उसकी वीडियो बनाकर दो लाख रुपए की मांग की जा रही है।
पीड़ित के भाई ने इस मामले में तत्काल नोएडा पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलने के बाद फेस-2 थाना पुलिस और एसीपी ने टीम गठित कर मामले की छानबीन शुरू कर दी। पुलिस ने मामले की जांच करते हुए हनीट्रैप में फंसाने वाले आरोपियों को गाजियाबाद से गिरफ्तार किया है।
अंकुर अग्रवाल ने बताया कि जांच में पता चला है कि यह आरोपी पीड़ित को हनीट्रैप में फंसाकर वसूली कहना चाहते थे। पुलिस की टीम ने पीड़ित के मोबाइल फोन को ट्रैक कर आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान मतीन पुत्र अफाक निवासी मुगल गार्डन मसूरी थाना मसूरी जिला गाजियाबाद, वकील पुत्र सरफराज निवासी ग्राम नहाल थाना मसूरी जिला गाजियाबाद, राशिद पुत्र हाजीयामीन निवासी ग्राम नहाल थाना मसूरी जिला गाजियाबाद, इमरान पुत्र कल्लू निवासी ग्राम बसौद थाना जानी जिला मेरठ, असरफ पुत्र इदरिश निवासी ग्राम नहाल थाना मसूरी जिला गाजियाबाद, रोशन पत्नी वकील निवासी नहाल थाना मंसूरी जिला गाजियाबाद, शबनम पत्नी सफीक निवासी गांव नहाल थाना मसूरी जिला गाजियाबाद के रूप के हुई है।
पुलिस ने पीड़ित की गाड़ी इनोवा (UP16CP053) और मोबाइल फोन भी बरामद किये है। इसके अलावा आरोपियों के कब्जे से 3 मोबाइल फोन और 20 हजार रुपये नकद भी बरामद किये है।