Noida News : दिवाली आने में अभी 10 दिन हैं, लेकिन उससे पहले ही नोएडा और गाजियाबाद समेत पूरे दिल्ली एनसीआर की हवा में जहर घुलने लगा है। अभी कुछ दिन पहले ही एनसीआर में GRAP स्टेज 1 को लागू किया गया था। इसके बाद कुछ समय के लिए हवा की क्वालिटी कुछ हद तक सुधरी जरूर थी, लेकिन एक बार फिर से हालात बिगड़ने लगे है। दिवाली के बाद तो पूरा दिल्ली एनसीआर गैस के चैंबर में तब्दील हो जाता है।
नोएडा और गाजियाबाद का AQI कितना?
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड यानी CPCB द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, रविवार 20 अक्टूबर की दोपहर 1 बजे तक नोएडा का AQI 229 दर्ज किया गया। यह Poor कैटेगरी मे आता है। जबकि ग्रेटर नोएडा में हालात इसके मुकाबले थोड़ ठीक दिखे। ग्रेटर नोएडा में इस समय AQI 154 है, जिसे Moderate कैटेगरी में गिना जाता है। गाजियाबाद का हाल सबसे बुरा है। यहां AQI 253 दर्ज किया गया है। यह भी Poor कैटेगरी में गिना जाता है, लेकिन यह नोएडा के मुकाबले काफी ज्यादा है।
एनसीआर के अन्य शहरों का हाल
वहीं एनसीआर के अन्य शहरों का हाल देखें, तो भी स्थिति कुछ ठीक नहीं है। दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति सबसे गंभीर है। यहां AQI 278 पाया गया है। गुरुग्राम का AQI 176 दर्ज किया गया है। जबकि फरीदाबाद का AQI 192 पाया गया। इसके अलावा अगर उत्तर प्रदेश के अन्य शहरों की बात करें, तो लखनऊ का AQI 164, वाराणसी का 73, प्रयागराज का 87, गोरखपुर का 154, कानपुर का 118, मेरठ का 216, हपुड़ का 240 और बागपत का AQI 199 है।
कितना AQI माना जाता है सही?
AQI के नंबर को लेकर लोग अक्सर कन्फ्यूज रहते हैं। लेकिन हम आपको इसका सही गणित समझा देते हैं। 0 से 50 AQI को अच्छा माना जाता है। ये Good कैटगरी में आता है। इसके बाद 51 से 100 AQI को संतोषजनक माना जाता है। ये Satisfactory कैटेगरी में आता है। 101 से 200 AQI को Moderate, 201 से 300 को Poor, 301 से 400 AQI को Very Poor और 401 से 500 AQI को Severe यानी बेहद गंभीर श्रेणी में माना जाता है।