राज्य सरकार के मिशन शक्ति के सपने को साकार करने के लिए 1,02,519 एलईडी लाइट लगाई हैं
नोएडा के तमाम गांव और उनसे लगी हुई सड़कों पर 18,965 लाइटें लगवाई हैं
शहरी क्षेत्रों में सड़कों, सेक्टर और सोसाइटी को मिलाकर 83,554 लाइट लगी हुई है
नई एलईडी लाइट लगने से 54.25% कम ऊर्जा खपत हो रही है
Noida: पिछले कुछ सालों में नोएडा प्राधिकरण (Noida Authority) ने शहर में रोशनी का पर्याप्त प्रबंध किया है। इस वजह से अब महिलाएं ज्यादा सुरक्षित महसूस कर रही हैं। प्राधिकरण के दायरे में आने वाले गांव के साथ-साथ सेक्टरों और सोसाइटी में भी एलईडी लाइट लगाई गई हैं। उनका समय से संचालन किया जा रहा है। मुख्य कार्यपालक अधिकारी ऋतु महेश्वरी (CEO Ritu Maheshwari IAS) का कहना है कि प्राधिकरण शहर के लोगों की सुविधाओं के साथ-साथ महिला सशक्तिकरण, सुरक्षा और सुविधा के लिए समर्पित है। हमने राज्य सरकार के मिशन शक्ति के सपने को साकार करने के लिए 1,02,519 एलईडी लाइट लगाई हैं। इनके जरिए हर गांव और सेक्टर-सोसाइटी में रोशनी का इंतजाम किया गया है।
बड़ा बदलाव आया है
आंकड़ों के मुताबिक नोएडा प्राधिकरण ने अब तक अपने दायरे के क्षेत्रों में 1,02,519 एलईडी लाइट लगाई हैं। शहर के विभिन्न स्थानों पर डार्क स्पॉट चिन्हित किए गए हैं। वहां भी लाइट लगाई जा रही हैं। ताकि लोगों को मुश्किलों का सामना ना करना पड़े। खासतौर पर महिलाएं सुरक्षित माहौल में आवागमन कर सकें। सीईओ ऋतु महेश्वरी जब से नोएडा प्राधिकरण की कमान संभाल रही हैं, तब से शहर में कई बड़े बदलाव देखने को मिले हैं। नोएडा में लंबे समय से रह रहे लोगों का मानना है कि विगत कुछ सालों में यहां की आबोहवा में बदलाव आया है। शहर की लगभग सभी सड़कें, गांव और गलियां रोशनी में नहाए रहते हैं। इस वजह से महिलाओं के साथ अपराध कम हुए हैं। नारी शक्ति बेखौफ होकर आवागमन कर रही है।
औद्योगिक क्षेत्र में 13000 लाइटें लगी हैं
आंकड़ों के मुताबिक प्राधिकरण ने नोएडा के तमाम गांव और उनसे लगी हुई सड़कों पर 18,965 लाइटें लगवाई हैं। जबकि शहरी क्षेत्रों में सड़कों, सेक्टर और सोसाइटी को मिलाकर 83,554 लाइट लगी हुई है। औद्योगिक क्षेत्रों में भी लोगों की सहूलियत के लिए 13000 लाइटें (83,554 में शामिल) लगी हैं। इस बारे में सीईओ ऋतु माहेश्वरी ने कहा, नोएडा के औद्योगिक क्षेत्रों में कामकाजी महिलाएं देर रात और जल्दी सुबह आवागमन करती हैं। इन इकाइयों में लगभग हमेशा काम चलता रहता है। अंधेरा होने की वजह से महिलाओं में असुरक्षा की भावना रहती है। अपराधियों के हौसले बुलंद हो जाते हैं। इसलिए औद्योगिक क्षेत्रों में पर्याप्त एलईडी लाइट लगाई गई हैं। ताकि महिलाएं बिना किसी डर के अपने समयानुसार आवागमन कर सकें। औद्योगिक विकास में महिलाओं की भागीदारी बढ़ेगी।
प्रदूषण से लड़ने में मिला सहयोग
दरअसल पिछले तीन-चार सालों में नोएडा प्राधिकरण ने सभी स्ट्रीट लाइट को बदलकर एलईडी लाइट लगा दिया है। इससे प्रदूषण कम होने के साथ-साथ बिजली की खपत भी कम हो गई है। नई एलईडी लाइट लगने से 54.25% कम ऊर्जा खपत हो रही है। नई लाइटों से कार्बन का उत्सर्जन कम हो रहा है। इससे ग्लोबल वार्मिंग को रोकने में मदद मिल रही है। प्राधिकरण की एलईडी परियोजना को विभिन्न संस्थानों और विभागों ने भी सराहा है और कई पुरस्कार से सम्मानित किया है। अफसरों का कहना है कि अभी एलईडी लाइट लगाने का अभियान जारी है। आने वाले कुछ समय में शहर के कोने कोने में रोशनी पहुंचा दी जाएगी। लोगों की सुविधा के लिए सोशल मीडिया के जरिए भी सुझाव दिए जा रहे हैं। जरूरत के मुताबिक विभागों को तुरंत निस्तारण के लिए जिम्मेदारी सौंपी जा रही है। सबकी सहभागिता से नोएडा को विश्वस्तरीय शहर बनाया जा सकेगा।