Tricity Today | नोएडा प्राधिकरण पर दलालों पर नजर रखेगी तीसरी आंख
NOIDA NEWS : नोएडा प्राधिकरण (Noida Authroty) की मुख्य कार्यपालक अधिकारी ऋतु महेश्वरी (CEO Ritu Maheshwari) अपने शहर (Noida City) की हर एक छोटी-बड़ी जरूरतों के लिए हमेशा सतर्क रहती हैं। नोएडा का अगर कोई भी व्यक्ति प्राधिकरण में समस्या लेकर आता है तो उसकी समस्या का निस्तारण अवश्य करने की कोशिश की जाती है लेकिन प्राधिकरण में बैठे कुछ अधिकारी और कर्मचारी लोगों की समस्या का समाधान करने के एवज में दलालगिरी करते है। अब इसको रोकने के लिए सीईओ ऋतु महेश्वरी ने खास कदम उठाया है।
50 कैमरों से लेस होगा नोएडा प्राधिकरण
नोएडा सेक्टर-6 में स्थित प्राधिकरण के दफ्तर में हर एक कोने पर कैमरों से निगाह रखी जाएगी। ऋतु महेश्वरी की इस पहल से दलालों और विभाग में कार्य बाबू पर नजर रखी जाएगी। इससे भ्रष्टाचार में भी अंकुश लगाया जाएगा। प्राधिकरण में 50 स्थानों पर कैमरे लगाए जा रहे हैं। यह 50 मुख्य स्थान है। अभी तक 20 स्थानों पर कैमरे लगाने का कार्य पूरा हो चुका है। बाकी 30 स्थानों पर जल्द ही कैमरे लगा दिए जाएंगे।
इन खास स्थानों पर लगाए जाएंगे
यह कैमरे खासकर विशेष स्थानों पर लगाए गए हैं। जहां पर भूमि, आवास योजना, औद्योगिक वित्तीय भूलेख नियोजन सामान्य प्रशासन आदि के कार्यालय हैं। वहां पर ज्यादा ध्यान रखा गया है। इसके अलावा निकास और प्रवेश पर पर सख्ती बरती गई है। सीसीटीवी कैमरे लगने का पता चलते ही नोएडा प्राधिकरण के बाबुओं ने अपने पास अनावश्यक रूप से खड़े होने वाले लोगों को जल्द हटाना शुरू कर दिया है। व्यवस्था के तहत बाबुओं के पास जाने पर भी पूरी तरह से रोक है। नोएडा प्राधिकरण आने वाले लोग संबंधित विभाग के ओएसडी से ही मिल सकते हैं। वहीं विभाग में प्रवेश द्वार पर सुरक्षा गार्ड और पुलिसकर्मी भी बैठे हुए हैं। ये सिर्फ पास वाले लोगों को ही प्रवेश देते हैं।
दलाल मिले तो ओएसडी जिम्मेदार
ऋतु महेश्वरी ने बताया कि नोएडा प्राधिकरण कार्यालय में कैमरे से निगरानी शुरू कर दी गई है। जल्द ही और कैमरे लगाने के निर्देश दे दिए गए हैं। खासतौर से दलालों पर नजर रखी जाएगी। इससे बाबुओं की कार्यप्रणाली में भी और सुधार आएगा। नियोजन विभाग में एक शख्स के पकड़े जाने पर नोएडा प्राधिकरण कार्यालय में प्रवेश पर सख्ती बरती जा रही है। सीईओ ने सभी ओएसडी को निर्देश दिए हैं वह अपने से संबंधित विभागों में दलालों पर पूरी तरह से सख्ती बरतें। अगर निरीक्षण के दौरान या किसी के माध्यम से शिकायत आती है तो ओएसडी जिम्मेदार होंगे और उनसे जवाब मांगा जाएगा।