Noida News : फेस-1 थाना पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। प्रतिबंधित कछुओं की तस्करी करने वाली मां-बेटी की जोड़ी को गिरफ्तार किया गया। इनके पास से 14 प्रतिबंधित कछुए बरामद किए गए हैं। ये मथुरा से राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में लाकर बेचने की फिराक में थीं। बताया जा रहा है कि दीपावली के अवसर पर कछुए की पूजा शुभ मानी जाती है और इसी धार्मिक आस्था का लाभ उठाकर ये तस्कर कछुओं को बेचने के लिए आए थे।
पुलिस की मुस्तैदी से मिली सफलता
नोएडा के डीसीपी राम बदन सिंह ने बताया कि थाना फेस-1 की पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि सेक्टर-10 के पास कुछ लोग प्रतिबंधित कछुओं की तस्करी में लगे हुए हैं। इसी सूचना के आधार पर पुलिस ने एक ऑपरेशन चलाते हुए कमलेश और उनकी बेटी ज्योति को गिरफ्तार किया। दोनों मां-बेटी मथुरा जिले से यमुना नदी में से कछुओं को पकड़कर एनसीआर में बेचने का काम करती थीं। पुलिस ने इनके पास से 14 कछुए बरामद किए, जो अवैध रूप से तस्करी के लिए लाए गए थे।
दीपावली पर कछुओं की बढ़ती मांग
दीपावली के अवसर पर कुछ समुदायों में कछुए की पूजा का विशेष महत्व होता है। लोग इसे अपने घर में सुख-समृद्धि और शुभता का प्रतीक मानकर पूजते हैं। इस आस्था का फायदा उठाकर तस्कर अवैध तरीके से कछुए बेचने की कोशिश करते हैं। कमलेश और उनकी बेटी इसी पूजा की मांग को भुनाने के लिए कछुओं की तस्करी कर रही थीं। पुलिस की पूछताछ में यह भी सामने आया कि ये लोग पहले भी एनसीआर के कई इलाकों में कछुओं की तस्करी कर चुके हैं।
पुलिस ने लिया बड़ा एक्शन
पुलिस ने मां-बेटी को गिरफ्तार कर अदालत में पेश करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके साथ ही तस्करी के इस नेटवर्क की जड़ तक पहुंचने के लिए आगे की जांच की जा रही है। कछुओं की तस्करी वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत एक गंभीर अपराध है। पुलिस इस पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश करने की कोशिश कर रही है।फेस-1 थाना पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। प्रतिबंधित कछुओं की तस्करी करने वाली मां-बेटी की जोड़ी को गिरफ्तार किया गया। इनके पास से 14 प्रतिबंधित कछुए बरामद किए गए हैं। ये मथुरा से राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में लाकर बेचने की फिराक में थीं। बताया जा रहा है कि दीपावली के अवसर पर कछुए की पूजा शुभ मानी जाती है और इसी धार्मिक आस्था का लाभ उठाकर ये तस्कर कछुओं को बेचने के लिए आए थे।
पुलिस की मुस्तैदी से मिली सफलता
नोएडा के डीसीपी राम बदन सिंह ने बताया कि थाना फेस-1 की पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि सेक्टर-10 के पास कुछ लोग प्रतिबंधित कछुओं की तस्करी में लगे हुए हैं। इसी सूचना के आधार पर पुलिस ने एक ऑपरेशन चलाते हुए कमलेश और उनकी बेटी ज्योति को गिरफ्तार किया। दोनों मां-बेटी मथुरा जिले से यमुना नदी में से कछुओं को पकड़कर एनसीआर में बेचने का काम करती थीं। पुलिस ने इनके पास से 14 कछुए बरामद किए, जो अवैध रूप से तस्करी के लिए लाए गए थे।
दीपावली पर कछुओं की बढ़ती मांग
दीपावली के अवसर पर कुछ समुदायों में कछुए की पूजा का विशेष महत्व होता है। लोग इसे अपने घर में सुख-समृद्धि और शुभता का प्रतीक मानकर पूजते हैं। इस आस्था का फायदा उठाकर तस्कर अवैध तरीके से कछुए बेचने की कोशिश करते हैं। कमलेश और उनकी बेटी इसी पूजा की मांग को भुनाने के लिए कछुओं की तस्करी कर रही थीं। पुलिस की पूछताछ में यह भी सामने आया कि ये लोग पहले भी एनसीआर के कई इलाकों में कछुओं की तस्करी कर चुके हैं।
पुलिस ने लिया बड़ा एक्शन
पुलिस ने मां-बेटी को गिरफ्तार कर अदालत में पेश करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके साथ ही तस्करी के इस नेटवर्क की जड़ तक पहुंचने के लिए आगे की जांच की जा रही है। कछुओं की तस्करी वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत एक गंभीर अपराध है। पुलिस इस पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश करने की कोशिश कर रही है।