आप भी हैं नेल पेंट लगाने के शौकीन, तो हो जाएं सावधान!

नाखूनों को ज्यादा रंगना बेहद खतरनाक : आप भी हैं नेल पेंट लगाने के शौकीन, तो हो जाएं सावधान!

आप भी हैं नेल पेंट लगाने के शौकीन, तो हो जाएं सावधान!

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Noida News : आज के दौर में हर कोई सुंदर लगना चाहता है। सुंदर दिखने के लिए लोग कई तरह के उपाय अपनाते हैं। लड़का हो या लड़की हर कोई इन दिनों ट्रेंड के मुताबिक रहना पसंद करता है। खासकर लड़कियों के अंदर इसे लेकर एक अलग ही क्रेज देखने को मिलता है। अपने बालों से लेकर अपने नाखूनों तक लड़कियां अपनी हर एक चीज का काफी ध्यान रखती हैं। अच्छा दिखने के लिए सिर्फ चेहरे की सुंदरता जरूरी नहीं होती, बल्कि अन्य चीजें भी काफी मायने रखती है।

नाखूनों के लिए काफी हानिकारक 
नाखून हो जाते हैं खराब नेल पॉलिश लगाना ज्यादातर लड़कियों को काफी पसंद होता है। कई लड़कियां ऐसी भी होती है, जिन्हें नेल पेंट की इतना शौक होता है कि वह इसका काफी ज्यादा इस्तेमाल करती हैं। लेकिन, नेल पॉलिश का ज्यादा इस्तेमाल आपके नाखूनों के लिए काफी हानिकारक हो सकता है। दरअसल, लगातार नेल पॉलिश लगाने से नाखून कमजोर पड़ जाते हैं और उनकी प्राकृतिक चमक भी खत्म हो जाती है।

कमजोर पड़ सकते है नाखून 
नेल पॉलिश के अंदर टॉल्यूइन नामक एक रसायन पाया जाता है, जो नेल पॉलिश के जरिए नाखूनों से हमारे शरीर की अन्य कोशिकाओं तक पहुंच जाता है। शरीर की कोशिकाओं लड़कियां ऐसी भी होती है, जिन्हें नेल पेंट की इतना शौक होता है कि वह इसका काफी ज्यादा इस्तेमाल करती हैं। लेकिन, नेल पॉलिश का ज्यादा इस्तेमाल आपके नाखूनों के लिए काफी हानिकारक हो सकता है। दरअसल, लगातार नेल पॉलिश लगाने से नाखून कमजोर पड़ जाते हैं और उनकी प्राकृतिक चमक भी खत्म हो जाती है। 

फेफड़ों के लिए हानिकारक नेल पेंट
नेल पॉलिश बनाने के लिए स्पिरिट का इस्तेमाल किया जाता है। नेल पेंट में उपयोग में आने वाला यह रसायन हमारे फेफड़ों के लिए काफी हानिकारक होता है। इतना ही नहीं नेल पेंट में मौजूद रसायनों के शरीर के अंदर जाने से न्यूरो, गट और सांस से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं।

कोलोरेक्टल कैंसर का खतरा
नाखूनों को सुंदर दिखाने वाली नेल पॉलिश को बनाने के लिए कई हानिकारक रसायनों का इस्तेमाल किया जाता है। इन्हीं रसायनों में से एक एक्रेलेट्स भी सेहत पर बुरा प्रभाव डालता है। यह रसायन अगर त्वचा के संपर्क में आ जाए या सांस के जरिए शरीर में प्रवेश कर जाए, तो इससे कोलोरेक्टल कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।

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