Noida News : सेक्टर-128 स्थित जेपी विश टाउन के निवासियों ने अपने टाउनशिप के सार्वजनिक पार्क और खेल के मैदान का दुर्गा पूजा उत्सव के लिए उपयोग किए जाने पर गंभीर चिंता व्यक्त की है। मनोरंजन के मकसद से बनाए गए इस हरित स्थान का उत्सव के दौरान वाणिज्यिक गतिविधियों के लिए दुरुपयोग किया जा रहा है, ऐसा दावा करते हुए एक निवासी ने स्थानीय अधिकारियों से बार-बार शिकायत करने के बाद राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण (एनजीटी) का दरवाजा खटखटाया।
क्या है पूरा मामला
याचिका में तर्क दिया गया कि दुर्गा पूजा उत्सव का बहाना लेकर वाणिज्यिक गतिविधियां की जा रही हैं, जो न केवल पर्यावरण को नुकसान पहुंचा सकती हैं बल्कि निवासियों की पार्क तक पहुंच को भी प्रतिबंधित कर रही हैं। इस मामले की सुनवाई तीन अक्टूबर को हुई, जो जेपी विश टाउन के निवासी कमल सिंह द्वारा दायर की गई शिकायत पर आधारित थी। उन्होंने एक निजी संगठन द्वारा सार्वजनिक पार्क और खेल के मैदान का इस तरह के कार्यक्रमों के लिए उपयोग किए जाने पर चिंता जताई।
पेड़ों को हो रहा नुकसान : आवेदक
आवेदक ने कहा कि संबंधित अधिकारियों, कार्यक्रम आयोजक और नोएडा प्राधिकरण को शिकायतें दर्ज कराने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई। 28 अगस्त को नोएडा प्राधिकरण को एक शिकायत प्रस्तुत की गई थी, लेकिन स्थिति को संबोधित करने के लिए कुछ नहीं किया गया। कमल सिंह ने कहा कि पार्क हफ्तों से एक वाणिज्यिक केंद्र में बदल गया है, जहां शोर, कचरा और घास और पेड़ों को नुकसान हो रहा है। मामले की समीक्षा करते हुए अध्यक्ष प्रकाश श्रीवास्तव के नेतृत्व में एनजीटी बेंच ने न्यायिक सदस्य अरुण कुमार त्यागी और विशेषज्ञ सदस्य ए. सेंथिल वेल के साथ फैसला सुनाया कि शिकायत गंभीर विचार के योग्य है।
नोएडा प्राधिकरण को निर्देश
न्यायाधिकरण ने आवेदन का निपटारा करते हुए नोएडा प्राधिकरण को निर्देश दिया कि वह अपनी जांच में तेजी लाए और यह सुनिश्चित करे कि पार्क की सार्वजनिक और मनोरंजन स्थल की स्थिति का सम्मान किया जाए, साथ ही सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रमों के वैध आयोजन को भी ध्यान में रखा जाए। एनजीटी बेंच ने कहा कि रिकॉर्ड से पता चलता है कि आवेदक ने नोएडा प्राधिकरण को एक विस्तृत शिकायत की है। इसलिए आवेदक की शिकायत को पहले नोएडा प्राधिकरण द्वारा कानून के अनुसार देखा और विचार किया जाना चाहिए।
पार्क पर कब्जा करने का आरोप
जेपी विश टाउन के रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन के अनुसार, सोसाइटी में लगभग 1,500 फ्लैट हैं और उनमें से लगभग 1,300 में लोग रहते हैं। एओए अध्यक्ष प्रणेश सिन्हा ने कहा कि दुर्गा पूजा उत्सव के निजी आयोजक हाउसिंग सोसाइटी के भीतर सार्वजनिक पार्क पर कब्जा कर लेते हैं, जिससे सभी मनोरंजक गतिविधियां निलंबित हो जाती हैं। उत्सव समाप्त होने के बाद भी पार्क को अपनी मूल स्थिति में बहाल होने में लगभग दो महीने लगते हैं। पार्क पूरी तरह से तंबुओं से ढक जाता है। हम उत्सव के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन उन्हें निवासियों को असुविधा नहीं पहुंचानी चाहिए।