VIP लोगों को बना रहे निशाना, इस बार रेलवे के रिटायर्ड GM को 24 घंटे बंधक बनाकर वसूले 52.50 लाख   

नोएडा में डिजिटल अरेस्ट करने वाला गिरोह सक्रिय : VIP लोगों को बना रहे निशाना, इस बार रेलवे के रिटायर्ड GM को 24 घंटे बंधक बनाकर वसूले 52.50 लाख   

VIP लोगों को बना रहे निशाना, इस बार रेलवे के रिटायर्ड GM को 24 घंटे बंधक बनाकर वसूले 52.50 लाख   

Google Image | प्रतीकात्मक फोटो

Noida News : नोएडा-ग्रेटर नोएडा में डिजिटल अरेस्ट कर वसूली की वारदात लगातार बढ़ रही है। यह गिरोह वीआईपी लोगों को निशाना रहा है। सबसे खास बात है कि अपराधियों को इन लोगों को सारी डिटेल पता होती है। जिसके जरिए आसानी से पीड़ित को डिजिटल अरेस्ट कर उनसे लाखों रुपये वसूल लेते हैं। बुधवार को रिटायर्ड मेजर जनरल 38 लाख रुपये से ज्यादा की वसूली का मामला सामने आया था। अब रेलवे के रिटायर्ड जीएम को 24 घंटे डिजिटल अरेस्ट कर  52.50 लाख रुपये की वसूली की गई है। पीड़ित की शिकायत पर साइबर थाना पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। 

ऐसे बनाया शिकार 
नोएडा के सेक्टर 76 स्थित आम्रपाली सिलिकन सिटी के 69 वर्षीय प्रमोद कुमार अग्रवाल ने दर्ज कराई एफआइआर में बताया कि 9 मई को उनके मोबाइल पर एक अज्ञात नंबर से मैसेज आया। मैसेज में लिखा था कि उनके द्वारा जो पार्सल भेजा गया है वह डिलीवर नहीं हो पाया है। इसके लिए उन्हें मोबाइल में एक दबाना होगा। इसके लिए उन्होंने पार्सल के संबंध में जानकारी लेने के लिए उस नंबर पर काल की जिस नंबर से मैसेज आया था। उसने बताया कि 3 मई को उनके द्वारा मुंबई से एक पार्सल ताइवान भेजा गया था। जिसे ताइवान सीमा शुल्क विभाग ने प्रतिबंधित चीज होने के चलते जब्त कर लिया है। 

दाऊद और नवाज मलिक के नाम पर डराया 
आरोपियों ने पीड़ित को बताया कि पार्सल में चार पासपोर्ट, तीन क्रेडिट कार्ड, कपड़े और 100 ग्राम ड्रग्स था। इसके बाद आरोपित ने कहा कि उनके तीन बैंक खातों की केवाइसी अलग-अलग शहरों में हुई है। इसका इस्तेमाल मनी लांड्रिंग के लिए किया गया है, जो दाउद और नवाज मलिक जैसे लोगों के लिए आतंकी गतिविधियों में किया गया है। जब उन्होंने कहा कि उनका इन लोगों से कोई संबंध नहीं है। इसके बाद आरोपियों ने वीडियो काल के जरिये संपर्क किया।
 
डरा-धमकाकर तीन बार में वसूले 52.50 लाख
इसके बाद आरोपियों ने मुम्बई क्राइम ब्रांच और सीबीआई का डर दिखाकर उन्हें 24 घंटे के लिए बंधक यानी डिजिटल अरेस्ट कर लिया। इस बीच आरोपियों ने पीड़ित से तीन बारी में 52.50 लाख रुपये विभिन्न खातों में ट्रांसफर कर लिए। पैसा लेने के बाद आरोपियों ने ओर पैसों की मांग की तो उन्हें ठगी का अहसास हुआ।

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