Noida News : ऋषिपाल आर्य एक ऐसा नाम है जो नोएडा के सामाजिक और खेल जगत में आज भी गूंजता है। वे एक समर्पित समाजसेवी और खेल प्रेमी थे, जिनका जीवन अकाल में ही समाप्त हो गया, लेकिन उनकी विरासत आज भी जीवित है। 16 अक्टूबर 1994 को एक दुर्भाग्यपूर्ण सड़क दुर्घटना में उनका निधन हो गया था, जब वे मोरना गांव, सेक्टर-35 में एक किसान पंचायत को संबोधित करने के बाद लौट रहे थे।
विरासत को जीवंत रख रहा है मेमोरियल ट्रस्ट
ऋषिपाल आर्य की स्मृति में उनके मित्रों और प्रशंसकों ने ऋषिपाल मैमोरियल ट्रस्ट की स्थापना की, जो पिछले 29 वर्षों से निरंतर सामाजिक और खेल गतिविधियों में संलग्न है। यह ट्रस्ट न केवल उनकी याद को जीवित रखता है, बल्कि उनके सपनों और आदर्शों को भी आगे बढ़ाता है। ऋषिपाल मैमोरियल ट्रस्ट द्वारा आयोजित वार्षिक दंगल उनकी खेल के प्रति प्रतिबद्धता का एक जीवंत उदाहरण है। यह आयोजन न केवल पहलवानों को प्रोत्साहित करता है, बल्कि युवाओं को भी खेल की ओर आकर्षित करता है।
ऋषिपाल चौक
ट्रस्ट द्वारा आयोजित की जाने वाली गतिविधियों में सड़क सुरक्षा सप्ताह, रक्तदान शिविर, वृक्षारोपण और भंडारे शामिल हैं। ये कार्यक्रम ऋषिपाल आर्य के समाज सेवा के प्रति समर्पण को दर्शाते हैं। उनके नाम पर जहां दुर्घटना हुई थी, वह स्थान अब 'ऋषिपाल चौक' के नाम से जाना जाता है। यह चौराहा सिटी सेंटर मेट्रो स्टेशन के पास अंडरपास के समीप स्थित है, जहां हर वर्ष 16 अक्टूबर को प्रात 7 बजे लोग एकत्र होकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।
ऋषिपाल की प्रेरणादायक कहानी
ऋषिपाल मेमोरियल ट्रस्ट के मीडिया प्रवक्ता मनीष चौधरी ने बताया कि ऋषिपाल आर्य की लोकप्रियता और समाज में उनके योगदान का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि नोएडा के सेक्टर-15 में एक गली और क्रीड़ा स्थल का नाम भी उनके नाम पर रखा गया है। यह उनके प्रति लोगों के सम्मान और स्नेह को दर्शाता है। उन्होंने बताया कि ऋषिपाल आर्य का जीवन एक प्रेरणादायक कहानी है जो दर्शाती है कि कैसे एक व्यक्ति का समर्पण और सेवा भावना उसके जीवनकाल से परे भी समाज को प्रभावित कर सकती है। उनकी स्मृति में किए जा रहे कार्य न केवल उन्हें श्रद्धांजलि हैं, बल्कि समाज के लिए उनके सपनों को साकार करने का एक निरंतर प्रयास भी हैं।
दंगल का आयोजन
आगामी 16 अक्टूबर को ऋषिपाल मेमोरियल ट्रस्ट द्वारा एक भव्य दंगल का आयोजन किया जा रहा है। यह आयोजन ऋषिपाल की पुण्यतिथि के अवसर पर किया जा रहा है, जिसमें देशभर के पहलवान अपना दमखम दिखाएंगे। इस विशाल प्रतियोगिता में लगभग 100 कुश्तियों का आयोजन होगा, जिसमें पुरुष और महिला पहलवान दोनों अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे। प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले पहलवान को 1 लाख रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाएगा। उपविजेता को 51 हजार रुपये, तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले को 21 हजार रुपये और चौथे स्थान पर रहने वाले पहलवान को 11 हजार रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा।