जानते हैं कंपनी और इसके फ्यूचर प्लान 

उत्तर प्रदेश की पहली शेड्यूल एयरलाइंस का कौन है मालिक : जानते हैं कंपनी और इसके फ्यूचर प्लान 

जानते हैं कंपनी और इसके फ्यूचर प्लान 

Tricity Today | शंख एयर के चेयरमैन श्रवण कुमार विश्वकर्मा ने मिनिस्ट्री ऑफ सिविल एविएशन मंत्री किंजरापु राममोहन नायडू के साथ मुलाकात की है।

Noida : उत्तर प्रदेश की पहली शेड्यूल एयरलाइन बनने की ओर अग्रसर शंख एयर (Shankh Air) ने अपने लॉन्च की पहल को आगे बढ़ा दिया है। इसका हब लखनऊ और नोएडा में होगा। एयरलाइन कंपनी का लक्ष्य देश के प्रमुख शहरों को जोड़ना है। शुरुआत में कंपनी लखनऊ, वाराणसी, गोरखपुर सहित उत्तर प्रदेश के प्रमुख शहरों को शामिल करने का प्लान है। भविष्य में यह कंपनी इंडिगो और एयर इंडिया को चुनौती देगी।

कंपनी चेयरमैन ने की थी एविएशन मिनिस्टर से मुलाकात 
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने देश की सबसे नई एयरलाइन शंख एयर को अपना ऑपरेशन शुरू करने के लिए मंजूरी दे दी है। हालांकि, आधिकारिक तौर पर फ्लाइट शुरू करने से पहले एयरलाइन को एविएशन रेगुलेटर DGCA से मंजूरी की आवश्यकता होगी। इसके लिए मिनिस्ट्री ऑफ सिविल एविएशन से फाइनल एनओसी का इंतजार कर रहा है। कुछ महीने पहले ही शंख एयर के चेयरमैन श्रवण कुमार विश्वकर्मा ने मिनिस्ट्री ऑफ सिविल एविएशन मंत्री किंजरापु राममोहन नायडू के साथ एक बैठक की है।

11 महीने पहले रजिस्टर्ड हुई है कंपनी 
शंख एविएशन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी कितनी पुरानी है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि मात्र 11 महीने पहले इस कंपनी को कॉर्पोरेट आइडेंटिफिकेशन नंबर U51100UP2023PTC191522 मिला है। कंपनीज ऑफ रजिस्ट्रार (RoC कानपुर) में गैर सरकारी के तौर पर क्लासिफाइड इस कंपनी का शेयर कैपिटल 50 करोड़ रुपये है। इस कंपनी में तीन निदेशक श्रवण कुमार विश्वकर्मा, अनुराग छाबड़ा, कौशिक सेनगुप्ता हैं। शंख एविएशन प्राइवेट लिमिटेड के नाम से यह कंपनी लखनऊ के गोमती नगर विस्तार के पते पर रजिस्टर की गई है।

नोएडा, लखनऊ, गोरखपुर और वाराणसी से होगी शुरुआत
कंपनी की वेबसाइट के अनुसार एयरलाइन का लक्ष्य देश के प्रमुख शहरों को जोड़ना है। शंख एयर उत्तर प्रदेश के सभी प्रमुख शहरों को देश के अन्य शहरों से जोड़ने पर ध्यान देगा। कंपनी का दावा है कि कॉम्पिटेटिव प्राइसिंग और बेहतर कस्टमर सर्विस को महत्व दिया जाएगा। नोएडा, लखनऊ, वाराणसी और गोरखपुर को जोड़ने का काम इस साल के अंत तक पूरा हो जाने की उम्मीद है।

इंडिगो और एयर इंडिया को मिलेगी चुनौती 
विमानन मंत्रालय ने कहा कि कंपनी को एफडीआई आदि से जुड़े प्रावधानों और नियमों का पालन करने का निर्देश दिया गया है। परिचालन के लिए दी गई एनओसी तीन साल के लिए वैध होगी। अभी इंडिगो देश की सबसे बड़ी एयरलाइन है। भारत के विमानन बाजार में उसकी 63 प्रतिशत हिस्सेदारी है। इस बीच टाटा ग्रुप का हिस्सा बन चुकी दूसरी सबसे बड़ी एयरलाइन एयर इंडिया भी तेजी से विस्तार कर रही है। नवंबर में विस्तारा इसमें मर्ज हो जाएगी। ऐसे में आने वाले समय में शंख एयर इन कंपनियों को कड़ी चुनौती देगी।

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