Noida News : नोएडा की रामलीला (Ramlila) इस साल एक नए रंग में रंगी नजर आ रही है, जहां मुरादाबाद से आए कलाकारों ने अपनी प्रतिभा का जादू बिखेरा है। 16 वर्षों से लगातार रामलीला का मंचन कर रही 50 सदस्यों की यह टीम, अपने अनूठे प्रयास से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर रही है। नोएडा के सेक्टर-62 में यह आयोजन हो रहा है।
कलाकारों की अनसुनी कहानी
रामलीला के पर्दे के पीछे छिपी कलाकारों की अनसुनी कहानियां इस बार सामने आई हैं। राम से लेकर रावण तक, हर पात्र ने अपनी जुबानी अपने किरदार की गहराइयों को बयान किया है। इन पौराणिक पात्रों के पीछे छिपे इंसानों से हमारी खास मुलाकात ने कई रोचक पहलुओं को उजागर किया है। इसमें भगवान राम का किरदार निभाने अनुज सक्सेना इसके साथ-साथ कंपनी में काम करते हैं। रावण का किरदार निभाने वाले तुषार भाजपा के पार्षद है। उन्होंने बताया कि नोएडा में रावण का नैनिहाल है नोएडा की जनता भी रावण के किरदार को खूब पसंद कर रही है। वहीं हनुमान जी का किरदार निभाने यश पांडेय वाले एस्ट्रोलॉजर हैं।
मंच से लेकर मन तक की यात्रा
रामायण की प्रासंगिकता आज के आधुनिक युग में भी बरकरार है, यह बात इन कलाकारों ने अपने अभिनय के माध्यम से साबित की है। मंच से लेकर मन तक की यात्रा में इन कलाकारों ने अपनी भावनाओं को खुलकर व्यक्त किया। परदे के पीछे की तैयारियों से लेकर मंच पर प्रस्तुति तक, हर पल एक रोमांचक अनुभव रहा। इस समिति के अध्यक्ष संजीव ने बतया कि नोएडा की जनता भी तीन दिन से आयोजित रामलीला को पसंद कर रही है। सैकड़ों की संख्या में लोग रामलीला देखने पहुंचे रहे हैं। इससे सभी कलाकारों को काफी प्रोत्साहन मिला है।
भक्ति, त्याग और बलिदान से मिली सीख
रामलीला के माध्यम से भक्ति, त्याग और बलिदान जैसे जीवन के महत्वपूर्ण पाठ दर्शकों तक पहुंचाए जा रहे हैं। नोएडा की इस रामलीला ने सिर्फ मनोरंजन ही नहीं, बल्कि समाज को एक नई दिशा देने का प्रयास भी किया है। यह आयोजन निश्चित रूप से धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत को संजोने का एक सराहनीय प्रयास है, जो दर्शकों को रामायण के मूल्यों से जोड़े रखने में सफल रहा है।