Noida News : सेक्टर-27 के कैंब्रिज स्कूल में बच्ची के साथ डिजिटल रेप हुआ। उस मामले में 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। अब इस मामले में पीड़िता के पिता ने अब शहर के सभी सामाजिक संगठनों को पत्र लिखकर इस मामले में सहयोग की अपील की है। उन्होंने स्कूल प्रबंधन पर आरोप लगाया है कि वह घटना से जुड़ी सीसीटीवी फुटेज देने में लापरवाही कर रहा है और मामले को दबाने की कोशिश कर रहा है। पिता ने आरोपी कर्मचारी के साथ-साथ स्कूल प्रशासन के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
पिता ने फुटेज को लेकर लगाए गंभीर आरोप
पीड़िता के पिता ने पत्र में विस्तार से बताया कि उन्होंने 9 अक्तूबर को पुलिस से संपर्क किया था। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए 10 अक्तूबर को उन्हें और उनकी बच्ची को स्कूल लेकर गई। स्कूल पहुंचने पर जब उन्होंने जूनियर विंग की प्रिंसिपल और क्लास टीचर को बुलाने का अनुरोध किया तो स्कूल के एक शिक्षक ने कहा कि इसकी जरूरत नहीं है। इसके बाद पुलिस ने बच्ची से सभी स्टाफ की पहचान करवाई, जिसमें उसने बार-बार एक ही व्यक्ति को पहचाना। इस पहचान के आधार पर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
फुटेज देने में की जा रही लापरवाही
पिता का आरोप है कि पुलिस ने स्कूल की प्रिंसिपल से घटना के दिन की सीसीटीवी फुटेज मांगी, लेकिन प्रिंसिपल ने कहा कि केवल 30 दिन तक की फुटेज ही उपलब्ध हो सकेगी। इसके बाद एसीपी ने कहा कि जितने दिनों की फुटेज उपलब्ध है। उसे ही दे दिया जाए। अगले दिन जब पिता फिर से स्कूल पहुंचे तो प्रबंधन ने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया और शुरुआत में फुटेज देने में टालमटोल करते रहे। बाद में प्रबंधन ने केवल 14 दिन की फुटेज देने की बात कही और घटना स्थल का कोई वीडियो उपलब्ध नहीं कराया। पिता का दावा है कि यह सब स्कूल प्रबंधन की ओर से मामले को छिपाने का प्रयास है।
पुलिस का बयान
नोएडा के एडीसीपी मनीष कुमार मिश्रा ने इस मामले में कहा कि पुलिस ने शुरुआती जांच के बाद एक आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। मामले की जांच में आगे बढ़ते हुए अब क्लास टीचर समेत दो और लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस का कहना है कि घटना की पूरी जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
सामाजिक संगठनों से सहयोग की अपील
पीड़िता के पिता ने शहर के अलग-अलग सामाजिक संगठनों से इस मामले में हस्तक्षेप करने की अपील की है। उनका कहना है कि स्कूल प्रबंधन की लापरवाही और मामले को दबाने की कोशिश से उन्हें न्याय मिलने में देरी हो रही है। उन्होंने मांग की है कि न केवल आरोपी कर्मचारी बल्कि स्कूल प्रशासन पर भी सख्त कार्रवाई होनी चाहिए, जिससे भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हो सकें।