'योगी-भाजपा से बैर नहीं, महेश शर्मा की खैर नहीं'

त्यागी समाज संदेश देने में कामयाब : 'योगी-भाजपा से बैर नहीं, महेश शर्मा की खैर नहीं'

'योगी-भाजपा से बैर नहीं, महेश शर्मा की खैर नहीं'

Tricity Today | नारे लगते हुए त्यागी समाज के लोग

  • नोएडा में बिना नेता और निशान के हुई त्यागी समाज की ऐतिहासिक महापंचायत
  • उमड़ा जोश से भरपूर युवा जनसैलाब उमड़ा, त्यागी-त्यागी के नारों से गूंजी सड़कें
  • 100 से ज्यादा वक्ताओं ने पंचायत में सम्बोधन किया, सबके निशाने पर रहे सांसद
     
Shrikant Tyagi Issue : नोएडा की ग्रैंड ओमेक्स हाउसिंग सोसायटी में श्रीकांत त्यागी प्रकरण को लेकर रविवार को गेझा गांव में महापंचायत हुई। जिसके जरिए त्यागी समाज अपना संदेश देने में पूरी तरह कामयाब रहा है। यहां आए लोगों ने साफतौर पर कहा, "हमें भारतीय जनता पार्टी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से कोई शिकवा नहीं है। हम गौतमबुद्ध नगर के सांसद महेश शर्मा के खिलाफ कार्रवाई चाहते हैं। उन्होंने श्रीकांत त्यागी के खिलाफ षड्यंत्र रचा है। त्यागी समाज को अपमानित किया है।" इस महापंचायत की घोषणा के वक्त त्यागी समाज ने नारा दिया था, 'योगी-भाजपा से बैर नहीं, महेश शर्मा की खैर नहीं।' रविवार को हुई महापंचायत में यह बात पूरी तरह झलकती रही।

इस महापंचायत का आयोजन करने वालों में शामिल रहे सुधीर त्यागी ने कहा, "श्रीकांत की पत्नी और परिवार के पक्ष में त्यागी समाज ने महापंचायत का ऐलान किया था, जो रविवार को नोएडा के गेझा गांव में हुई। इस महापंचायत का कोई नेता और निशान नहीं था। यह ऐतिहासिक पंचायत हुई है। जिसमें जोश से भरपूर जनसैलाब उमड़ा है। हमारे अनुमान से भी ज्यादा लोगों ने महापंचायत में हिस्सा लिया है।" उन्होंने आगे कहा, "महापंचायत किसी नेता ने नहीं बुलाई थी। इसका कोई निशान नहीं था। नेतृत्व करने वाला भी कोई नहीं था। इसके बावजूद जनसैलाब उमड़ पड़ा। त्यागी समाज की अपील पर सर्वसमाज के लोगों ने अपने विचार व्यक्त किए हैं।"

मौके पर मौजूद रहे लोगों और मीडिया कर्मियों के मुताबिक करीब 25-30 हजार लोगों ने महापंचायत में हिस्सा लिया। भीषण गर्मी, उमस और सीमित संसाधनों के बावजूद पश्चिमी उत्तर प्रदेश ही नहीं, हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान से भी त्यागी समाज के लोग इस महापंचायत में शरीक होने पहुंचे। महापंचायत की अध्यक्षता करने वाले ब्रह्मस्वरूप त्यागी ने कहा, "हमारी पंचायत को राजनीतिक करार देने के लिए सांसद डॉ.महेश शर्मा के समर्थकों ने कमान संभाल रखी थी। वह इसको राजनीतिक जनजमाव साबित करना चाहते थे। इसमें कोई कसर नहीं छोड़ी गई। सोशल मीडिया पर जमकर लिखा गया कि यह विपक्ष की साजिश है। इस महापंचायत में त्यागी समाज नहीं राष्ट्रीय लोकदल, बहुजन समाज पार्टी, समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के नेता गठजोड़ करके इकट्ठे हो रहे हैं। इस सबके बावजूद त्यागी समाज ने पुरजोर तरीके से अपना पक्ष रखा है।"

वरिष्ठ पत्रकार राकेश त्यागी इस महापंचायत में शामिल हुए। उन्होंने कहा, "त्यागी समाज ने हर वक्त साफतौर पर कहा कि हम भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ नहीं हैं। हमारा योगी आदित्यनाथ सरकार से किसी तरह का विरोध या टकराव नहीं है। यह बात हमारे समाज के लोगों ने लखनऊ जाकर सरकार के शीर्ष अफसरों को बताई। दूसरी तरफ डॉ.महेश शर्मा ने पहले पत्र लिखा कि उनके खिलाफ राजनीतिक साजिश रची जा रही है। त्यागी समाज को भड़काया जा रहा है। कल पत्र लिखा कि उन्हें महापंचायत में आने वाले त्यागी समाज से खतरा है। उनके अस्पतालों पर हमला किया जा सकता है। उनके इन दोनों पत्रों से यह साबित होता है कि वह त्यागी समाज को मूर्ख, दूसरों के हाथों का झुनझुना, उपद्रवी, अनुशासनहीन और खतरनाक मानते हैं।" वह आगे कहते हैं, "त्यागी समाज केवल गौतमबुद्ध नगर के सांसद डॉ.महेश शर्मा का विरोध करने और श्रीकांत त्यागी के परिवार को सम्मान लौटाने आया था। समाज ने बखूबी अपना काम कर दिया है। अब आगे जरूरत पड़ी तो कानूनी लड़ाई लड़ी जाएगी।"

महापंचायत का संचालन देवेंद्र त्यागी ने किया। वह कहते हैं, "हमने शुरू से साफ कर दिया था कि हम शांतिपूर्ण विरोश करेंगे। शनिवार को पंचायत की योजना बनाते वक्त बताया गया था कि कोई वक्ता अपना राजनीतिक परिचय नहीं देगा। वह चाहे किसी पार्टी से ताल्लुक रखता हो। भारतीय जनता पार्टी और योगी आदित्यनाथ सरकार के खिलाफ एक लफ्ज नहीं बोलेगा। यह सब आज महापंचायत में कुछ देखने के लिए मिला। किसी वक्ता ने योगी आदित्यनाथ सरकार और भाजपा के खिलाफ कुछ नहीं बोला है। महापंचायत सुबह 10:00 बजे शुरू हुई और शाम करीब 4:00 बजे तक चली। इन 6 घंटों में 100 से ज्यादा लोगों ने अपनी बात रखीं। बोलने वालों में महिलाएं, युवा और बुजुर्ग शामिल रहे।"

पानीपत के हथवाला गांव के निवासी अश्विनी त्यागी महापंचायत में आए थे। उन्होंने कहा, "हर वक्ता ने गौतमबुद्ध नगर के सांसद डॉ.महेश शर्मा की कमियां गिनाई हैं। डॉ.महेश शर्मा पर षड्यंत्र रचने, त्यागी समाज को अपमानित करने, सरकारी संपत्तियों पर अतिक्रमण करने, सड़कों के नीचे टनल बनाने, सांसद की संपत्ति की जांच करने, बलात्कार करने वाले लोगों को संरक्षण देने, श्रीकांत शर्मा के खिलाफ षडयंत्र रचने, श्रीकांत के परिवार को पुलिस से प्रताड़ित करवाने और छोटे से आपसी विवाद को बड़ा राजनीतिक मुद्दा बनाने जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं। बड़ी बात यह कि खुद श्रीकांत त्यागी की पत्नी ने महापंचायत को संबोधित किया और सांसद डॉ.महेश शर्मा पर षड्यंत्र रचने का आरोप लगाया है।" अश्विनी ने आगे कहा, "मुझे तो यह व्यक्ति सांसद बनने लायक नहीं लगता है। नोएडा में केवल महेश शर्मा रहेंगे और बाकी लोगों को शहर छोड़कर जाना पडेगा। हम यह गुमान उनके मन से निकालने आए हैं।"

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