Tricity Today | विमला बाथम, बबीता चौहान और अपर्णा यादव
Noida News : उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की नई कार्यकारिणी के गठन में नोएडा को निराशा हाथ लगी है। आयोग की चेयरमैन पद पर नोएडा की पहली महिला विधायक व भाजपा की वरिष्ठ नेता विमला बाथम को उम्मीद थी कि उप्र राज्य महिला आयोग की चेयरमैन पद पर रिपीट किया जाएगा। हालांकि उनका इंतजार बेकार हो गया और नई कार्यकारिणी का गठन कर दिया गया। कार्यकारिणी में समाजवादी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव की बहु अपर्णा यादव को उपाध्यक्ष का पद दिया गया है।
आगरा की बबीता चौहान बनीं प्रमुख
उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की चेयरमैन (अध्यक्ष) आगरा के हरी पर्वत निवासी बबीता चौहान को नियुक्त कर दिया गया है। वहीं समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव की लॉटरी खुल गई है। उन्हें उपाध्यक्ष बनाया गया है। उत्तर प्रदेश की प्रमुख सचिव लीना जौहरी द्वारा जारी विज्ञप्ति के मुताबिक लखनऊ की रहने वाली तथा समाजवादी पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव की पुत्रवधु अपर्णा यादव को उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग का उपाध्यक्ष बनाया गया है। उनके साथ ही गोरखपुर निवासी चारू चौधरी को भी प्रदेश उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई है। चारू चौधरी गोरखपुर की पूर्व मेयर मंजू चौधरी की पुत्रवधू हैं। आयोग में 25 सदस्य भी बनाए गए हैं। सभी का कार्यकाल एक साल का होगा।
हाईकमान से मिला था आश्वासन
नोएडा की पूर्व विधायक व भाजपा की वरिष्ठ नेता विमला बाथम का कार्यकाल करीब दो वर्ष पूर्व ही समाप्त हो गया था, लेकिन नई कार्यकारिणी का गठन न होन के कारण उन्हें इंतजार था कि चेयरमैन पद की जिम्मेदारी उन्हें फिर से दी जा सकती है। सूत्र बताते हैं कि उन्हें हाईकमान से उन्हें लगातार आश्वासन भी मिल रहा था, लेकिन मंगलवार शाम को उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग के चेयरमैन के नाम की घोषणा के बाद उनकी प्रतीक्षा को भी विराम लग गया है।
ढाई वर्ष के इंतजार के बाद मिला पद
इस पूरे प्रकरण में मुलायम सिंह यादव की पुधवधू अपर्णा यादव की मानो लॉटरी लग गई है। उन्हें आयोग में उपाध्यक्ष पद की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई है। आयोग में उपाध्यक्ष के दो पद होने के कारण सोशल मीडिया पर अब यह भी चर्चा हो रही है कि भाजपा में शामिल होने के बाद उन्हें ढाई वर्ष के बाद किसी आयोग में कोई पद दिया गया है, लेकिन यह उनके परिवार के राजनीतिक इतिहास के अनुरूप नहीं है। समाजवादी पार्टी के संस्थापक और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे मुलायम सिंह यादव की पुत्रवधू को इससे बड़ा पद मिलने की उम्मीद कुछ लोगों को थी, जिसे लेकर अब सोशल मीडिया पर कई तरह की बयानबाजी भी हो रही है।