Noida News : नोएडा मीडिया क्लब में सोमवार को आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सच्चिदानंद साधु ने जानकारी देते हुए बताया कि भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के गोदामों से हटाए गए थे। उन्होने बताया कि श्रमिकों की बहाली की मांग को लेकर पिछले 30 सितंबर 2024 से सेक्टर 24 नोएडा स्थित एफसीआई जनरल ऑफिस के बाहर अनिश्चितकालीन धरना जारी है। यह धरना नेतृत्व दलित सेना उत्तर प्रदेश के नेतृत्व में चल रहा है।
क्या है पूरा मामला
गोंडा स्थित एफसीआई गोदाम से 456 और शाहजहांपुर के रोजा डिपो से 250 श्रमिकों को कई वर्ष पहले हटा दिया गया था। इन श्रमिकों के पुनर्नियोजन के लिए श्रमिकों ने पहले भी कई बार प्रदर्शन किए, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ। 6 अगस्त 2024 को किए गए धरने के बाद भी एफसीआई प्रबंधन ने 1 महीने का समय मांगा था, लेकिन उसके बाद भी कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। गोंडा डिपो के 456 और रोजा शाहजहांपुर डिपो के 250 श्रमिकों को 23 अप्रैल 2010 की अधिसूचना के तहत ड्यूटी से हटा दिया गया था।
7 अक्टूबर से कर रहे भूख हड़ताल
सच्चिदानंद साधु ने बताया कि हालांकि 15 अक्टूबर 2020 को मुख्यालय ने 180 श्रमिकों के परिचय पत्र जमा करवाए थे और उन्हें मौखिक रूप से अवकाश पर भेजा गया था। जिसके बाद अभी तक कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाया गया। श्रमिकों ने दो महीने के इंतजार के बाद 7 अक्टूबर 2024 से भूख हड़ताल शुरू की है। भूख हड़ताल पर बैठने वाले श्रमिकों में बच्चा बाबू यादव, राकेश कुमार, सकलदेव पासवान, सत्यनाम, राजकुमार और इरशाद अहमद शामिल हैं।