Gautam Buddh Nagar : जून में पहली बार परिषदीय विद्यालयों को खोला गया हैं। भीषण गर्मी के कारण विद्यालयों का समय सुबह 7:00 बजे से 12:00 बजे तक रखा गया है। हालांकि, जून मे पहली बार स्कूल खुलने के कारण बच्चों की उपस्तिथि बहुत कम रही। लगभग 25 प्रतिशत बच्चे ही उपस्थित रहे। बेसिक शिक्षा विभाग ने बताया कि कोरोना के कारण सबसे ज्यादा नुकसान परिषदीय विद्यालय के बच्चों की पढ़ाई का हुआ हैं। इसी नुकसान की भरपाई करने के लिए परिषदीय विद्यालयों को पहली बार जून मे खोलने के निर्देश दिए है।
16 जून से खुले स्कूल
पहले परिषदिय विद्यालय को एक जुलाई से खोला जाता था, लेकिन कोरोना से हुए नुकसान की भरपाई के लिए विद्यालय जून मे ही खोल दिए गए है और इसके साथ ही सर्दियों की छुट्टियों की व्यवस्था भी कर दी गई हैं। इसलिए गर्मियों की छुट्टियां 16 जून को खत्म कर दी गई है। हालांकि इसका टीचरों ने ऑब्जेक्शन किया है। कुछ बच्चों का कहना है कि उनको काफी समय बाद मैडम से मिलकर अच्छा तो लगा है, लेकिन मन नहीं लगा।
परिषदीय विद्यालयों में सुविधाओं का अभाव
जिले के ऐसे कई विद्यालय है, जहां पर सभी सुविधाएं उपलब्ध नहीं है। शिक्षकों ने बताया कि ऐसे कई विद्यालय हैं, जहा पर न पंखे है, न लाइट्स हैं और ना ही पीने के लिए पानी है। ऐसी परिस्थिति में बच्चों का विद्यालय आना ठीक नहीं माना जा रहा है। सुविधाएं न होने के कारण बच्चे गर्मी से जूझते हैं।
जिले में करीब 511 परिषदीय विद्यालय
गौतमबुद्ध नगर में लगभग 511 परिषदीय विद्यालय हैं। जिनमें करीब 87 हजार से अधिक बच्चे पढ़ते हैं, लेकिन पहली बार जल्दी विद्यालय खुलने के कारण एक चौथाई बच्चे भी विद्यालय नहीं पहुंचे। गुरुवार 16 जून से स्कूल खुलें, लेकिन काफी अभिभावकों को इसके बारे में पता नहीं है।