Uttar Pradesh News : योगी आदित्यनाथ सरकार के कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी के परिवार से जुड़ा एक बड़ा साइबर ठगी का मामला सामने आया है। इस ठगी में मंत्री के बेटे के नाम पर उनके कंपनी के अकाउंटेंट से दो करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम ठग ली गई है। यह घटना 13 नवंबर 2024 को हुई। जब साइबर ठगों ने मंत्री के बेटे की फोटो और नाम का इस्तेमाल कर तीन अलग-अलग बैंक खातों में पैसे ट्रांसफर करने का आरोप अकाउंटेंट पर डाला।
कैसे हुई ठगी?
कंपनी के अकाउंटेंट रितेश श्रीवास्तव को व्हाट्सएप पर एक मैसेज आया। जिसमें मंत्री नंदी के बेटे का नाम और उनकी तस्वीर लगी हुई थी। मैसेज में लिखा था कि "मैं जरूरी बिजनेस मीटिंग में हूं, यह मेरा नया नंबर है, फोन पर बात नहीं हो सकती है और मीटिंग देर तक चलेगी। मुझे कुछ लोगों को पेमेंट करना है, फौरन पैसे भेजो।" इस मैसेज को सही समझते हुए अकाउंटेंट ने तुरंत तीन अलग-अलग बैंक खातों में पैसे ट्रांसफर कर दिए। पैसे भेजे गए खातों में आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक और एक अन्य बैंक के खाते शामिल थे।
बाद में हुआ ठगी का खुलासा
जब अकाउंटेंट ने रकम ट्रांसफर कर दी। तब कुछ देर बाद उसे एहसास हुआ कि जो नंबर से मैसेज आया था वह न तो मंत्री के बेटे का था और न ही इस तरह का कोई निर्देश उन्होंने दिया था। इससे मामले का खुलासा हुआ और अकाउंटेंट ने फौरन इस बारे में मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी को सूचित किया।
साइबर पुलिस में मामला दर्ज
इस ठगी के बाद अकाउंटेंट रितेश श्रीवास्तव ने साइबर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए अज्ञात साइबर ठगों के खिलाफ केस दर्ज किया और जांच शुरू कर दी है। साइबर पुलिस स्टेशन के अधिकारी राजीव तिवारी ने बताया कि जालसाजों के द्वारा इस्तेमाल किए गए बैंक खातों का विवरण प्राप्त कर लिया गया है। इसके आधार पर ठगों की पहचान करने की कोशिश की जा रही है।
बैंक खातों को फ्रीज करने का आदेश
मामले की गंभीरता को देखते हुए साइबर पुलिस ने ठगी के लिए इस्तेमाल किए गए बैंक खातों को फ्रीज करने के लिए संबंधित बैंकों को मेल भेजा है। इसके साथ ही बैंकों से जालसाजों के बारे में पूरी जानकारी जुटाने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। इस मामले में मंत्री से जुड़ा मामला होने की वजह से सरकारी अमले में भी हड़कंप मच गया है और उच्च अधिकारियों को सूचित कर दिया गया है।