Noida Black Money Case: ग्रेटर नोएडा की सिल्वर सिटी सोसाइटी में मिले करोड़ों रुपए के मिले काला धन मामले में आरोपी नौकर गोपाल को दिल्ली के जगतपुरी थाने की पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। आरोपी नौकर गोपाल की एक महीने से नोएडा पुलिस तलाश कर रही थी।
ग्रेटर नोएडा के थाना सूरजपुर क्षेत्र में स्थित सिल्वर सिटी सोसाइटी में सितंबर 2020 में चोरी हुए करोड़ों रुपये के काला धन मामले में पुलिस ने 11 जून को मामले का खुलासा करते हुए 6 आरोपियों को पहले और एक को बाद में गिरफ्तार करते हुए अब तक कुल 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। गोपाल इस मामले का आठवां आरोपी है जिसे दिल्ली पुलिस ने दूसरे मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजा है।
पिछले एक माह से नोएडा पुलिस आरोपी नौकर गोपाल की तलाश कर रही थी जिसे दिल्ली के थाना जगतपुरी पुलिस ने एक मामले में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। अब नोएडा पुलिस उसे रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है। दिल्ली के जगतपुरी थाने के एसएचओ ओमप्रकाश ने बताया आरोपी गोपाल को 10 जुलाई की रात में गिरफ्तार कर 11 जुलाई को कड़कड़डूमा कोर्ट में पेश किया गया जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
यह था मामला
सितंबर 2020 में सिल्वर सिटी सोसायटी के बंद फ्लैट से चोरों ने करोड़ों रुपए की नकदी और सोना चोरी किया था। मामले में माल के बंटवारे को लेकर चोरों के बीच हुए विवाद के बाद कोतवाली सेक्टर-39 पुलिस ने 11 जून को मामले का खुलासा करते हुए 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। बाद में एक अन्य आरोपी को गिरफ्तार कर पुलिस अब तक 7 आरोपियों गिरफ्तार कर चुकी है जिसमें 5 आरोपियों को जमानत भी मिल चुकी है।
इस मामले के खुलासे में नोएडा की कोतवाली सेक्टर-39 पुलिस ने करीब डेढ़ करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी के कागज़ात, साढ़े 13 किलो सोना और 57 लाख रुपये नकद बरामद किए थे। बाद में एक और आरोपी से भी लाखों रुपए का माल बरामद किया था।
खास बात यह है काला धन मामले के मुख्य आरोपी और काला धन के कथित मालिक किसलय पांडे की नोएडा पुलिस अभी तक तलाश कर रही है।किसलय के किराये के फ्लैट की देखभाल के लिए रखे गए नौकर गोपाल को एक माह बाद भी पुलिस तलाश कर पाने में असफल रही जबकि दिल्ली पुलिस ने उसे चुपचाप गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
पहले भी कई अहम मामलों के आरोपी दिल्ली से जा चुके हैं जेल
पिछले कई सालों से नोएडा- ग़ाज़ियाबाद में बड़े अपराध करने वाले आरोपी दिल्ली पुलिस से सेटिंग कर जेल जा चुके हैं। हालांकि दिल्ली का कोई अपराधी यदि एनसीआर में कहीं भी गिरफ्तार होता है या सरेंडर करता है तो दिल्ली पुलिस तमाम तरह के विवाद करती आई है।