Gurugram news : हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (CM Manohar Lal Khattar) ने प्रधामंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा और उत्थान महाभियान योजना के तहत प्रदेशभर में 68 सोलर वॉटर पंप का वर्चुअल शुभारंभ किया और अपने खेतों में सोलर पंप लगाने वाले 219 किसानों को प्रमाण पत्र ऑनलाईन वितरित किए। मुख्यमंत्री ने सोलर वॉटर पंप लगाने वाले किसानों से कहा है कि वे इस योजना के बारे में अपने अन्य किसान भाईयों को भी बताएं ताकि वे भी सरकार की योजना का लाभ उठा सकें।
50 हजार सोलर पंप लगाने का लक्ष्य
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि पीएम कुसुम योजना के तहत वर्ष 2020-21 में हरियाणा प्रदेश में 15 हजार सोलर पंप लगाए गए थे और अब वर्ष 2022-23 में 50 हजार सोलर पंप लगाने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने बताया कि योजना के तहत 3 से 10 हार्सपॉवर क्षमता के सोलर पंप प्रदेश में लगाए जा रहे हैं। किसान को कुल लागत की केवल 25 प्रतिशत राशि ही भरनी होती है और बाकि 75 प्रतिशत राशि सबसिडी के तौर पर दी जाती है। हरियाणा में सौर ऊर्जा से कृषि कार्यो के लिए पंप लगाने के कार्य की नाबार्ड ने भी प्रशंसा की है।
नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा विभाग
उपायुक्त डा. यश ने बताया कि गुरूग्राम जिला में इस योजना के तहत अब तक 478 सोलर पंप लगाए गए हैं। प्रदेश के नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा विभाग द्वारा यह कार्यक्रम आयोजित किया गया था। जिसमें मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने चंडीगढ़ मुख्यालय से वीडियों कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हरियाणा प्रदेश के अलग-अलग जिलों में बृहस्पतिवार को एक ही दिन में 68 सोलर वॉटर पंप का वर्चुअल के माध्यम से उद्घाटन किया और 219 किसानों को इस बारे में प्रमाण पत्र भी ऑनलाईन वितरित किए।
विभाग की वैबसाईट पर ऑनलाइन आवेदन
नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा विभाग के महानिदेशक डा. हनिफ कुरैशी ने बताया कि पीएम कुसुम योजना में सोलर वॉटर पंप लगवाने का सारा कार्य ऑनलाईन तरीके से होता है। किसान अपने खेत में पंप लगाने के लिए विभाग की वैबसाईट पर ऑनलाइन आवेदन करते हैं। उसके बाद भारत सरकार द्वारा अधिकृत किसी भी फर्म से किसान अपने खेत में सोलर वॉटर पंप लगवा सकते हैं। सभी के रेट बराबर हैं और किसान को केवल कुल लागत की 25 प्रतिशत राशि ही भरनी होती है।