पर्वतारोहण में देश की बेटी का नया कीर्तिमान : आर के सिन्हा के अवसर ट्रस्ट ने दी लक्ष्मी के सपनों को ऊंची उड़ान

Tritict Today | Symbolic Image



New Delhi : बिहार की बेटी लक्ष्मी झा ने पर्वतारोहण के क्षेत्र में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। सहरसा जिले के बनगाँव ग्राम की रहने वाली लक्ष्मी ने अपने साहस और दृढ़ संकल्प से न केवल अपना बल्कि पूरे देश का नाम रोशन किया है। लक्ष्मी के इस सफर में राज्यसभा के पूर्व सदस्य डॉ. आर के सिन्हा की भूमिका अहम रही है।

दुनिया की बड़ी चोटियां फतह की
डॉ. सिन्हा द्वारा संचालित अवसर ट्रस्ट ने लक्ष्मी के सपनों को पंख देने का काम किया है। ट्रस्ट ने न केवल लक्ष्मी के प्रशिक्षण की व्यवस्था की, बल्कि उनके सभी खर्चों को भी उठाएगा। लक्ष्मी की उपलब्धियों की बात करें तो उन्होंने कई कीर्तिमान स्थापित किए हैं। वह बिहार की पहली पर्वतारोही बनीं जिन्होंने सोलो बेस कैम्प पर तिरंगा फहराया। इसके अलावा उन्होंने दक्षिण अफ्रीका की सबसे ऊँची चोटी किलिमंजारो पर चढ़ाई करके विश्व रिकॉर्ड बनाया। तुर्की की सबसे ऊँची चोटी अरारत पर पहुँचने वाली वह भारत की पहली पर्वतारोही भी बनीं। लक्ष्मी का अगला लक्ष्य मलेशिया के माउंट किनाबालु पर चढ़ाई करना है। यह दुनिया का 20वाँ सबसे प्रमुख पर्वत है। यह 4,095 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। इस यात्रा की भी सारी व्यवस्था डॉ. सिन्हा कर रहे हैं।

कई हस्तियां रही मौजूद
दिल्ली के प्रेस क्लब में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में डॉ. सिन्हा ने कहा, समाज की छिपी हुई प्रतिभाओं को आगे लाने में मुझे आत्मिक संतोष मिलता है। हम सभी का यह दायित्व होना चाहिए कि हम समाज को कुछ लौटाएं। इस अवसर पर प्रसिद्ध पर्वतारोही अनिता कुंडू अवसर ट्रस्ट के सीईओ अनुरंजन श्रीवास्तव और वरिष्ठ पत्रकार राधा रमण भी उपस्थित थे।

लक्ष्मी की कहानी देती है कई सीख
लक्ष्मी झा की यह कहानी साबित करती है कि दृढ़ इच्छाशक्ति और सही मार्गदर्शन से कोई भी व्यक्ति अपने सपनों को साकार कर सकता है। उनकी सफलता युवाओं के लिए एक प्रेरणास्रोत है और समाज के लिए एक उदाहरण कि कैसे सामूहिक प्रयास से असाधारण परिणाम हासिल किए जा सकते हैं।
 

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