Gorakhpur News : प्रदेश सरकार के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि सभी जनप्रतिनिधि, वरिष्ठ नागरिक पौधारोपण एवं संरक्षण में सहयोग करें। साथ ही उन्होंने नगर निगम को निर्देशित किया कि पौधरोपण एवं संरक्षण में योगदान देने वाले व्यक्ति को पर्यावरण एम्बेसडर के रूप में नामित करके प्रोत्साहित करें। हमारी जमीन इतनी उपजाऊ है कि हमें पौधरोपण एवं उनके संरक्षण में कठिनाई नहीं होगी। मुख्यमंत्री ने जिस संकल्प के साथ इस अभियान को शुरू किया है, हम सबको उसमें सहयोगी बनना चाहिए। उनके ग्रीन उत्तर प्रदेश ग्रीन गोरखपुर के संकल्प को साकार करने में अग्रणी बनने का आह्वान किया।
वृक्षारोपण जन आंदोलन 2023
जिले के प्रभारी मंत्री सुरेश खन्ना, शनिवार को जलवायु परिवर्तन शमन, शून्य कार्बन उत्सर्जन और वैश्विक तापन निम्नीकरण के लक्ष्य प्राप्ति की दिशा में प्रदेश सरकार के सघन पौधरोपण कार्यक्रम, ’वृक्षारोपण जन आंदोलन 2023’ के तहत अशफाक उल्ला खां प्राणी उद्यान परिसर में आयोजित समारोह में बोल रहे थे। इससे पूर्व उन्होंने परिसर में राज्यसभा सांसद डॉ राधा मोहन दास अग्रवाल के साथ पौधरोपण किया। कार्यक्रम में पहुंचे सांसद रवि किशन शुक्ला ने भी पौधरोपण किया। कार्यक्रम में गोरखपुर पब्लिक स्कूल रानीबाग एवं जनता इंटर कालेज चरगांवा के 150 छात्रों को पर्यावरण अनुकूल कपड़े के थैले और एक-एक पौधा वितरित किया। कार्यक्रम में उत्कर्ष ग्लोबल फाउंडेशन एवं हेरिटेज फाउंडेशन का सहयोग रहा।
सबका दायित्व अधिक से अधिक पौधपण करें
सुरेश खन्ना ने कहा कि प्रदेश सरकार का यह अभियान ग्लोबल वार्मिंग, हीट वेव, जलवायु परिवर्तन आदि से निपटने के सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में पूरे प्रदेश में सभी विभागों को पौधरोपण के लक्ष्य दिये हैं और प्रत्येक जनपद में प्रभारी मंत्री भी इस कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। उद्यान परिसर में विभिन्न स्कूलों के छात्र, छात्राओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हम सब का यह दायित्व है कि अधिक से अधिक पौधपण करें और उनका संरक्षण करें।
प्रदेश सरकार का 33 प्रतिशत वनीकरण का लक्ष्य
उन्होंने कहा कि यह प्राणी उद्यान स्वतंत्रता के नायक क्रान्तिकारी अशफाक उल्ला खां के नाम पर है। जिन्होंने 27 साल की उम्र में देश के लिए अपने प्राणों की बली दे दी। हम भी पौधरोपण एवं उनका पोषण संरक्षण जैसे कार्यों के द्वारा अपना योगदान देश के लिए दे सकते है। उन्होंने कहा कि दैनिक जीवन के अनुभव हमें बताते है कि गर्मी बढ़ी है और इसका प्रमुख कारण है पर्यावरण असंतुलन। पेड़ो के कटने के कारण यह पर्यावरण असंतुलन बढ़ता जा रहा है। इस असंतुलन को अधिक से अधिक पेड़ लगा कर ही संतुलित किया जा सकता है। प्रदेश सरकार भी 33 प्रतिशत वनीकरण प्राप्ति के लक्ष्य की दिशा में आगे बढ़ रही है और मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में 136 करोड़ से अधिक पौधे लगाए जा चुके है।
समय पर होगी मानीटरिंग और मूल्यांकन
सुरेश खन्ना ने कहा कि पौधरोपण के साथ साथ उनको जीवित रखना भी अनिवार्य है। नहीं तो वृक्षारोपण का कोई महत्व नहीं। इसलिए प्रदेश सरकार ने हर विभाग को वृक्षारोपण के जो लक्ष्य दिए हैं उनका समय समय पर मानीटरिंग और मूल्यांकन किया जाएगा। इलेक्ट्रिक वाहनों का प्रचलन बढ़ा है किन्तु डीजल और पेट्रोल अब भी ऊर्जा के मुख्य साधन है जिसको कम करने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है। वृक्ष इन साधनों से उत्पन्न कार्बन को सिंक करने के मुख्य स्रोत हैं। उपस्थित छात्रों से अपील करते हुए उन्होंने कहा कि प्रत्येक छात्र अपने माता पिता के नाम पर दो पौधे लगाएं और उनका संरक्षण करें।
इस अवसर पर राज्य सभा सांसद डा राधा मोहन दास अग्रवाल ने भी बदलते मौसम पैटर्न और पर्यावरण असंतुलन के बारे में छात्रों को समझाते हुए अधिक से अधिक पौधे लगाने की अपील की। महापौर डा मंगलेश श्रीवास्तव ने भी वृक्षों के महत्व को बताते हुए अधिक से अधिक वृक्षारोपण एवं उनके संरक्षण की अपील सभी नागरिको से की। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष यूधिष्ठिर सिंह, महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता, हेरिटेज फाउंडेशन से अनिल कुमार तिवारी, मनीष चौबे, पशु कल्याण कार्यकर्ता शिवेंद्र यादव, उत्कर्ष ग्लोबल फाउंडेशन के अध्यक्ष डगरू लौंडे़, सचिव आतिश वाघमारे, जिला समन्वयक पूनम झां, शिखा सिंह एवं प्रशासनिक अधिकारीगण उपस्थित रहे। संचालन संस्कृति कर्मी रीता श्रीवास्तव ने किया।