Ghaziabad News : इजराइल सरकार ने अपने देश में नव निर्माण और पुनर्निर्माण करने के लिए भारत से 10 हजार कारीगरों की मांग की है। इनमें टायल-पत्थर, चिनाई, सेट्रिंग का कार्य करने वाले और स्टील वैल्डिंग करने वाले कारीगरों की मांग की गई थी। इन मजदूरों को प्रति माह 1.37 लाख रुपये वेतन, मेडिकल इंश्योरेंस, बोनस, सुरक्षित स्थान पर रहने की सुविधा दी जाएगी। इसके लिए गाजियाबाद, हापुड़ और बुलंदशहर से 25 कारीगरों को इजराइल भेजने के लिए चुना गया है।
यह है पूरा मामला
इजराइल में युद्ध के बाद क्षतिग्रस्त हुए मकान का पुनर्निर्माण करने और नवनिर्माण के लिए भारी मात्रा में कारीगरों की आवश्यकता है। इस कार्य के लिए इजराइल सरकार ने भारत से 10 हजार कारीगरों की मांग की थी। जिसमें राजमिस्त्री, सेटिंग कारीगर, टाइल्स-पत्थर के कारीगर समेत स्टील वेल्डिंग का काम करने वाले कुशल कारीगरों की मांग की गई थी। इसके लिए गाजियाबाद श्रम कार्यालय में आवेदन जमा कराए गए थे। जिसमें जनपद गाजियाबाद से 158 कारीगरों ने आवेदन किया था। जबकि, हापुड़ से 153 और बुलंदशहर से 147 कारीगरों ने इजराइल जाकर काम करने के लिए आवेदन किया था।
अभी तक इन 25 कारीगरों का हुआ चयन
इस दौरान कारीगरों के प्रमाण पत्र पासपोर्ट और दक्षता परीक्षण प्रमाण पत्र जमा कराए गए थे। इन सभी आवेदकों का लखनऊ में दक्षता परीक्षण आईटीआई अलीगंज लखनऊ में 29 जनवरी को परीक्षण किया गया था। इस परीक्षण में गाजियाबाद से 14, हापुड़ से 9 और बुलंदशहर से 2 कारीगरों का इजराइल जाने के लिए चयन किया गया है।
ये मिलेंगी सुविधाएं
गाजियाबाद क्षेत्र के उप श्रम आयुक्त अनुराग मिश्रा ने बताया कि इजराइल जाने के लिए अपने-अपने वर्ग में चयनित सभी कारीगरों से समस्त प्रमाण पत्र मेडिकल परीक्षण, आधार कार्ड और पासपोर्ट लेकर यूपी श्रम आयुक्त कार्यालय गाजियाबाद में जमा करने को कहा गया है। इन सभी कारीगरों को 1.37 लाख रुपये प्रति माह वेतन के साथ बोनस, ओवरटाइम मेडिकल एवं दुर्घटना बीमा सुविधा सुरक्षित स्थान पर निवास की सुविधा मिलेगी। इन सभी कारीगरों के साथ एक से 5 साल तक का अनुबंध भी किया जाएगा। इस समय अवधि में वे अपने घर भी आ सकते हैं।